कतर में कैद 8 भारतीय पूर्व नौसैनिक रिहा, जासूसी के आरोप में मिली थी मौत की सजा

कतर ने 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों को रिहा कर दिया गया है। इनमें से सात सोमवार सुबह भारत लौट आए हैं। ये कतर में जासूसी के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे थे।

Updated: Feb 12, 2024, 09:03 AM IST

दोहा। कतर में कैद 8 भारतीय पूर्व नौसैनिकों की रिहाई हो गई है। ये कतर में जासूसी के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे थे। पहले इन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी जिसे अपील के बाद उम्रकैद में बदल दिया गया था। इनमें से सात सोमवार सुबह भारत लौट आए हैं।

भारत के विदेश मंत्रालय ने देर रात बयान जारी कर कहा कि भारत सरकार कतर में गिरफ्तार किए गए दहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले 8 भारतीयों की रिहाई का स्वागत करती है। हम इनकी घर वापसी के लिए कतर के फैसले की सराहना करते हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक क़तर के अमीर के आदेश पर भारतीयों की रिहाई हुई है। बता दें कि कतर की इंटेलिजेंस एजेंसी के स्टेट सिक्योरिटी ब्यूरो ने 30 अगस्त 2022 को 8 पूर्व नौसैनिकों को गिरफ्तार किया था। आठों भारतीयों को पहले मौत की सज़ा दी गई थी। एक अपील के बाद मौत की सज़ा बदल कर 5 से 25 साल तक की क़ैद की सज़ा दी गई थी। दूसरी अपील पर सुनवायी चल रही थी। इस बीच अमीर के आदेश पर रिहाई हो गई।

कतर से भारत लौटे नागरिकों ने कहा कि हमने भारत वापस आने के लिए 18 महीने इंतजार किया है। हम पीएम मोदी के बेहद आभारी हैं। पीएम मोदी के समर्थन के बिना यह असंभव था। हम भारत सरकार द्वारा किए गए हर प्रयासों का तहे दिल से आभार करते हैं। बिना भारत सरकार के प्रयासों के यह दिन संभव नहीं था।