Coronavirus: दुनिया के अंतिम महाद्वीप अंटार्कटिका तक फैला कोरोना वायरस

दुनिया के सातों महाद्वीपों पर कोरोना का कहर, माइनस पचास डिग्री वाले अंटार्कटिका में 36 लोग कोरोना संक्रमित, चिली सेना के 26 जवान और 10 ठेकेदार कोरोना की चपेट में

Updated: Dec 23, 2020, 11:18 PM IST

Photo Courtesy: abc
Photo Courtesy: abc

धरती के आखिरी छोर तक कोरोना ने अपने पांव पसार लिए हैं। ग्लोब के दक्षिणी छोर पर स्थित अंटार्कटिका महाद्वीप को भी अब कोरोना की चपेट में आ चुका है। चिली सेना का दावा है कि अंटार्कटिका पर 36 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। यहां के रिसर्च स्टेशन बरनार्डो ओ हिगिंस बेस में तैनात कंपनी के 10 ठेकेदार और 26 सैनिक कोविड 19 पॉजिटिव मिले हैं। रिपोर्ट आने के बाद उन्हें वहां से हटाकर चिली में क्वारंटीन कर दिया गया है। इस रिसर्च स्टेशन को चिली सेना संचालित करती है।

फिलहाल चिली सेना ने वहां से सभी गैर जरूरी स्टाफ को वापस बुला लिया है। खबर है कि एक बेस पर 60 लोग रह सकते हैं, जिनमें वैज्ञानिक भी शामिल हैं। यहां कुल 24 ठेकेदार काम कर रहे थे। चीली सेना का कहना है कि सभी संक्रमितों को निगरानी में रखा गया है। फिलहाल सभी ठीक हैं, किसी की हालत गंभीर नहीं है।

और पढें: कोरोना के नए ब्रिटिश म्यूटेशन का भारत में कोई मामला नहीं, घबराएं नहीं सतर्क रहें

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 27 नवंबर को चिली से कुछ सामान अंटार्कटिका भेजा गया था। माना जा रहा है 36 लोग इन्हीं की वजह से संक्रमित हुए होंगे। चिली की नौसेना की ओर से दावा किया गया है कि अंटार्कटिक के दौरे पर गए सभी लोगों का पीसीआर टेस्ट हुआ था। सभी के नेगेटिव रिपोर्ट आने पर ही उन्हें भेजा गया था। 

अंटार्कटिका में बेहद ठंडे वातावरण में कोरोना ज्यादा जानलेवा हो सकता है, इसका संक्रमण तेजी से फैल सकता है। वहां मेडिकल सुविधाएं भी सीमित हैं, जिसके भयानक परिणाम भुगतने पड़  सकते हैं।

दरअसल अंटार्कटिका महाद्वीप चारों तरफ से दक्षिणी महासागर से घिरा है, यहां का ज्यादातर हिस्सा बर्फ के पहाड़ों से ढंका है। इस महाद्वीप पर 38 रिसर्च स्टेशन हैं, जिनमें एक हजार से ज्यादा लोग रहते हैं। अंटार्कटिका महाद्वीप पर कोविड 19 संक्रमण रोकने के लिए पहले से ही पर्यटन पर रोक लगी हुई है। वहीं दूसरी एक्टिविटीज भी बंद हैं।

दुनिया में अंटार्कटिका ही एक ऐसी जगह थी, जहां जानलेवा कोरोना वायरस नहीं पहुंचा था। लेकिन अब यह कोना भी कोरोना की जद में आ चुका है।

कोरोना वायरस दुनिया के करीब 8 करोड़ से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चिली लैटिन अमेरिका का छठा कोरोना प्रभावित देश है। चिली में कोरोना से अब तक पांच लाख 85 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं।

कोरोना से बचने के लिए दुनिया के कई देशों में कोरोना वैक्सीन का इमरजेंसी उपयोग शुरु हो गया है। ब्रिटेन और अमेरिका, कनाडा जैसे कई देशों में टीकाकरण अभियान के तहत लाखों लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है।

इस बीच कोरोना का नया स्ट्रेन ब्रिटेन में पाया गया है, जिसके बाद दूसरे देशों में इसकी मौजूदगी देखने को मिल रही है। दुनिया समेत भारत के वैज्ञानिकों ने भी माना है कि कोरोना के नए स्ट्रेन से वैक्सीन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।