भारतीय अरबपति हरपाल रंधावा और उनके बेटे की मौत, जिम्बाब्वे में हीरे की खदान के पास हुआ प्लेन क्रैश

माइनिंग किंग के नाम से मशहूर हरपाल रंधावा 4 अरब डॉलर की निजी इक्विटी फर्म जीईएम होल्डिंग्स के फाउंडर थे। जिम्बाब्वे में उनका सोने, हीरे और कोयला माइनिंग का कारोबार है।

Updated: Oct 03, 2023, 10:57 AM IST

माइनिंग किंग के नाम से मशहूर भारतीय कारोबारी हरपाल रंधावा की एक विमान हादसे में मौत हो गई। उनके साथ और भी लोग सवार थे. हादसे के बाद कोई भी नहीं बच सका। उनका निजी विमान, एक तकनीकी खराबी के कारण दक्षिण-पश्चिमी जिम्बाब्वे में एक हीरे की खदान के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ।

रंधावा रियोजिम नाम की कंपनी के मालिक थे, जो गोल्ड और कोयले का प्रोडक्शन करने के साथ निकल और तांबे को भी रिफाइन करती है। इस हादसे में हरपाल के बेटे और चार अन्य लोगों की मौत हो गई। दुर्घटनाग्रस्त विमान का मालिकाना हक भी रियोज़िम के पास था और वह हरारे से मुरोवा की ओर जा रहा था।

रियोजिम के स्वामित्व वाला सेसना 206 विमान शुक्रवार को हरारे से मुरोवा हीरा खदान की ओर जा रहा था, तभी यह हादसा हुआ। यह एक सिंगल इंजन वाला विमान था। जवामहांडे में पीटर फार्म में गिरने से पहले विमान में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके चलते उसमें संभवतः हवा में विस्फोट हो गया। जिम्बाब्वे में हरपाल रंधावा के दोस्त पत्रकार और फिल्म मेकर होपवेल चिनोनो ने उनकी मौत की पुष्टि की। उन्होंने सोशल मीडिया पर हादसे के बारे में लिखा और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।

हादसे में अपनी जान गंवाने वाले भारतीय कारोबारी और अरबपति हरपाल रंधावा को माइनिंग किंग के नाम से जाना जाता है। उनकी कंपनी रियोजिम सोना, कोयला, निकल, तांबा की रिफाइनिंग का काम करती है। इसके अलावा रंधावा चार अरब डॉलर वाली इक्विटी फर्म जेम होल्डिंग के संस्थापक भी थे। रियोजिम को साल 1956 को रियो टिंटो साउदर्न रोडेशिया लिमिटेड के तौर पर शुरू किया गया था।