Rajnath Singh : समय पर भारत को हथियार देगा रूस
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा रूस भारत के साथ किए गए हथियार सौदों का पूरा सम्मान करेगा।

भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच रूस के तीन दिवसीय दौरे पर गए भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और रूस के बीच हथियार संबंधी सौदों का पूरा सम्मान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रूस की तरफ से उन्हें इस बारे में सुनिश्चित किया गया है। रक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि ज्यादातर सौदे तय समय से भी कम में पूरे कर लिए जाएंगे। राजनाथ सिंह ने सिलसिलेवार ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी।
उन्होंने ट्वीट किया, “हमारे सभी प्रस्तावों पर रूस की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। मैं अपनी चर्चा को लेकर पूरी तरह से संतुष्ट हूं।”
All our proposals have received positive response from the Russian side. I am fully satisfied with my discussions.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 23, 2020
Earlier this morning, Defence Secretary Ajay Kumar had discussions with his counterpart Deputy Defence Minister Fomin.
उन्होंने आगे कहा, “रूस के उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव के साथ मेरी चर्चा काफी सकारात्मक और ठोस परिणामों वाली रही। मुझे सुनिश्चित किया गया है कि भारत और रूस के बीच वर्तमान रक्षा सौदों का पूरी तरह से सम्मान किया जाएगा और ज्यादातर सौदे तय समय से पहले ही पूरे कर लिए जाएंगे।”
My discussions with the Deputy Prime Minister Mr. Yury Borisov very positive and productive. I have been assured that ongoing contracts will be maintained and not just maintained, in a number of cases will be taken forward in a shorter time.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 23, 2020
असल में रूस को भारत को एस 400 एयर डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति करनी है। चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारत जल्द से जल्द इसकी आपूर्ति चाहता है। बताया जा रहा कि चीन ने एलएसी पर एस 300 एयर डिफेंस सिस्टम की तैनाती कर दी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मॉस्को में आयोजित होने वाली विक्ट्री डे सैन्य परेड की 75वीं वर्षगांठ में भी शामिल होंगे। विक्ट्री डे सैन्य परेड का आयोजन दूसरे विश्व युद्ध में सोवियत संघ की जर्मनी के ऊपर जीत के उपलक्ष में किया जाता है। रूस में इस युद्ध को ‘दि ग्रेट पैट्रियॉटिक वार’ कहा जाता है।
राजनाथ सिंह ने एक और ट्वीट करते हुए कहा, “मैं पूरे आत्मविश्वास के साथ कह सकता हूं कि भारत और रूस के बीच परंपरागत दोस्ती पूरी तरह से मजबूत बनी हुई है। हमारे साझा हित ठोस हैं और हम अपनी विशेष दोस्ती को ध्यान में रखते हुए भविष्य में एक दूसरे का सहयोग करेंगे।”