अमेरिकी चेतावनी के बीच रूस के विदेश मंत्री से मिले एस जयशंकर, भारत के निष्पक्ष दृष्टिकोण को रूस ने सराहा

केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ मुलाकात की, इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत ने अपने एजेंडे का विस्तार करते हुए सहयोग में विविधता लाने की कोशिश की है

Updated: Apr 01, 2022, 11:03 AM IST

नई दिल्ली। अमेरिकी चेतावनी के बीच केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ मुलाकात की। द्विपक्षीय बातचीत के बाद एस जयशंकर ने कहा कि हमारी आज की बैठक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्याप्त तनावपूर्ण स्थिति में हो रही है और भारत हमेशा से मतभेदों या विवादों को बातचीत और कूटनीति के जरिये सुलझाने का पक्षधर रहा है।

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि अतीत में कई मुश्किल मौकों पर भी दोनों देशों के बीच संबंध चिरस्थायी बने रहे। उन्होंने कहा, ‘रणनीतिक साझेदारी का विकास हमेशा मास्को की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। हमें संतुलित विश्व में रूचि है जो इसे टिकाऊ बनाता है।' सर्गेई लावरोव ने जयशंकर के साथ वार्ता के दौरान भारत के निष्पक्ष दृष्टिकोण की सराहना की है।

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रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि उनके राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सर्वश्रेष्ठ सम्मान भेजा है। मंत्री सर्गेई ने कहा, 'भारत और रूस रणनीतिक साझेदारी विकसित कर रहे हैं और यह हमारी प्राथमिकता रही है। हम निश्चित रूप से विश्व व्यवस्था को संतुलित करने में रुचि रखते हैं। हमने अपने द्विपक्षीय संदर्भ को तेज किया है। हमारे राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को अपना सर्वश्रेष्ठ सम्मान भेजा है।'

सर्गेई लावरोव गुरुवार को दो-दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत पहुंचे। वह चीन की यात्रा समाप्त करने के बाद भारत आए हैं। रूसी विदेश मंत्री लावरोव के भारत पहुंचने से कुछ ही घंटे पहले अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने कहा था कि, 'रूस के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों में गतिरोध पैदा करने वाले देशों को अंजाम भुगतने पड़ेंगे। भारत को यह अपेक्षा नहीं करनी चाहिए कि यदि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) का उल्लंघन करता है तो रूस, भारत की रक्षा करने के लिए दौड़ा चला आएगा।'