ग्वालियर में 22 वर्षीय छात्रा की कोरोना से मौत, लिवर और किडनी में फैल चुका था इन्फेक्शन

ग्वालियर में पिछले कुछ दिनों से तेजी से फैल रहा है कोरोना संक्रमण। बीते 9 दिन में मिल चुके हैं 65 संक्रमित मरीज। इनमें 8 साल का बच्चा से लेकर 78 साल का वृद्ध तक शामिल है।

Updated: Apr 24, 2023, 11:05 AM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कोरोना का कहर एक बार फिर से देखने को मिल रहा है। ग्वालियर में एक 22 वर्षीय छात्रा की कोरोना से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि छात्रा के लिवर और किडनी में इंफेक्शन फैल चुका था। ग्वालियर शहर में करीब एक साल बाद कोरोना वायरस से मौत दर्ज की गई है।

मृतक खुशबू शर्मा लिवर और किडनी में इंफेक्शन के चलते बीते एक सप्ताह से प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थी। हालांकि, दो दिन पहले डॉक्टरों ने बताया कि वह कोरोना संक्रमित है। इसके बाद आईटीएम हॉस्पिटल से उसे कमलाराजा अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। यहां शनिवार दोपहर छात्रा की मौत हो गई।शनिवार को ही छात्रा का अंतिम संस्कार किया गया है। कोरोना संक्रमित की मौत के बाद प्रशासन अथवा स्वास्थ्य विभाग किसी ने कोई भी गाइड लाइन का पालन नहीं किया है।

खुशबू की चाची मंजू शर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले खुशबू को पैर में गांठ हुई थी। जिसका ऑपरेशन कराया था। उसके बाद से खुशबू की तबीयत बिगड़ती चली गई थी। बीते रविवार को उसे ललितपुर कॉलोनी स्थित बालाजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। यहां टेस्ट में पता लगा कि खुशबू की किड्नी और लिवर में इंफेक्शन है। इसके बाद उसका इलाज चला फिर आयुष्मान कार्ड की मदद से इलाज के लिए आईटीएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। यहां शुक्रवार शाम को डॉक्टरों ने उसे कोरोना संक्रमित बताते हुए वेंटीलेटर एम्बुलेंस से कमलाराजा अस्पताल में भर्ती कराया। जहां शनिवार दोपहर उसने दम तोड़ दिया।

मृतका खुशबू शर्मा के पिता नहीं है। मां के अलावा एक बहन और भाई है। खुशबू की चाची मंजू शर्मा ने आरोप लगाते हुए कि प्राइवेट हॉस्पिटल से लेकर कमलाराजा अस्पताल तक सभी ने इलाज में लापरवाही बरती। कमलाराजा अस्पताल में वेंटीलेटर ही नहीं लगाया। डॉक्टरों का रवैया ऐसा था कि वो कुछ करना ही नहीं चाहते हैं। ग्वालियर में पिछले कुछ दिनों से तेजी से फैल रहा है कोरोना संक्रमण। बीते 9 दिन में मिल चुके हैं 65 संक्रमित मरीज। इनमें 8 साल का बच्चा से लेकर 78 साल का वृद्ध तक शामिल है।