एमपी में जानलेवा हुआ ब्लैक फ़ंगस, इंदौर के सरकारी अस्पताल में 32 और राज्य में कुल 54 लोगों की मौत

राज्य के 13 जिलों में ब्लैक फंगस से 54 लोगों की मौत, अब तक प्रदेशभर में मिले हैं 1345 मरीज, भोपाल में 400 से ज्यादा और इंदौर में 323 मरीजों का चल रहा इलाज

Updated: Jun 02, 2021, 02:51 PM IST

Photo courtesy: DNA
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भोपाल। कोरोना के बाद ब्लैक फंगस की वजह से लोगों की जान पर बन आई है। अब तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में ब्लैक फंगस के 1345 मरीजों के मामले सामने आए हैं। जिनमें 54 मरीजों की मौत हो चुकी है। भोपाल में जिन 15 मरीजों की मौत हुई वे सभी दूसरे जिलों से रेफर होकर आए थे। भोपाल में ब्लैक फंगस के 400 से ज्यादा मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भोपाल में जिन 14 मरीजों की मौत हुई वे दूसरे जिलों से भोपाल इलाज करवाने आए थे। इनमें पड़ोसी जिले सीहोर, विदिशा, रायसेन, हरदा, होशंगाबाद, ग्वालियर के साथ-साथ अशोकनगर, छिंदवाड़ा, रायेसन, शाजापुर और बैतूल जिलों के मरीज थे। सागर और ग्वालियर में भी एक-एक मरीज की मौत दर्ज की गई है। वहीं भोपाल में अब तक ब्लैक फंगस से 25 मरीजों की मौत हो चुकी है।  

भोपाल इलाज कराने आए मरीजों का आरोप है कि उनके जिलों में उचित इलाज नहीं मिला जिसकी वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा। कोरोना रिकवरी के बाद ब्लैक फंगस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कई जिलों में इसके इलाज का उचित इंतजाम नहीं हैं। गरीब मरीज वहीं दर्द सहते रहते हैं, वहीं जो थोड़े सक्षम हैं वो अपने गृह जिलों से जिंदगी की आस में सैकडों किलोमीटर दूर राजधानी भोपाल का रुख करने लगे हैं।

वहीं इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल में 20 दिनों में ब्लैक फंगस ने 32 मरीजों की जान ले ली है। इंदौर के सबसे बड़े सरकारी महाराजा यशवंतराव अस्पताल में फिलहाल ब्लैक फंगस के 323 मरीजों का इलाज हो रहा है। इंदौर में पिछले 20 दिनों में ब्लैक फंगस के 200 से ज्यादा मरीजों का ऑपरेशन किया जा चुका है।