मध्य प्रदेश में पड़ने लगी कड़ाके की ठंड, भोपाल-इंदौर में स्कूलों की टाइमिंग बदली
मध्य प्रदेश में बर्फीली हवाओं और कड़ाके की ठंड का असर बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में कई जिलों में तापमान तेजी से गिरा है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
भोपाल| मध्य प्रदेश में बर्फीली हवाओं और कड़ाके की ठंड का असर बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में कई जिलों में तापमान तेजी से गिरा है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। भोपाल और इंदौर में ठंड के चलते स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव किया गया है। अब सभी सरकारी और निजी स्कूल सुबह 9 बजे से शुरू होंगे। जिला शिक्षा अधिकारी एनके अहिरवार ने बुधवार को यह आदेश जारी किए, जो सीबीएसई, आईसीएसई और अन्य बोर्ड के स्कूलों पर भी लागू होंगे।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अगले 4-5 दिन तक सर्द हवाओं और कोल्ड वेव का असर बना रहेगा। बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में कोल्ड डे रहा। वहीं, अन्य जिलों में भी तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। पचमढ़ी में एक रात में 1.7 डिग्री की गिरावट के साथ न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में तापमान 6-9 डिग्री के बीच रहा। टीकमगढ़ में आंगनवाड़ी केंद्रों का समय भी बदलकर सुबह 10 बजे से किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मध्यप्रदेश में ठंड का असर बढ़ा है।
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इस बार दिसंबर की शुरुआत में ही ठंड ने पिछले वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भोपाल और इंदौर में रातें पिछले दो वर्षों की सबसे ठंडी रहीं। नवंबर में भी सर्दी ने 36 साल का रिकॉर्ड तोड़ा था। प्रदेश के कई हिस्सों में सर्द हवाओं और गिरते तापमान से लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।