पटवारियों के बाद अब मंडी समिति के व्यापारी भी हड़ताल पर, 4 सितंबर से बंद रहेंगी प्रदेश की मंडियां

4 सितंबर से मंडी व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। इस दौरान प्रदेश भर में मंडियों में नीलामी बंद रहेगी।

Publish: Sep 02, 2023, 09:54 AM IST

Image courtesy- FB
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भोपाल। मध्य प्रदेश में शासन से कर्मचारियों और समितियों की नाराजगी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश के पटवारी पहले से ही अनिश्चितकालीन हड़ताप पर थे अब प्रदेश भर की मंडी समितियों के व्यापारियों ने भी हड़ताल पर जाने का फैसला कर लिया है। 4 सितंबर से सभी मंडियों में नीलामी बंद रहेगी। ऐसे में किसानों को परेशानी बढ़ जाएंगी।

मंडी व्यापारी मंडी फीस दर एक प्रतिशत करने, निराश्रित शुल्क समाप्त करने सहित 11 मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने की तैयारी कर चुके हैं। भोपाल, नर्मदापुरम, रतलाम, इंदौर, सीहोर सहित विभिन्न मंडियों के व्यापारी इस हड़ताल में शामिल हैं। व्यापारियों ने किसानों से आग्रह किया है कि वे 4 सितंबर से अपनी उपज मंडी में लेकर न आएं। हड़ताल के संबंध में व्यापारी संघ ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के नाम मंडी सचिव को ज्ञापन सौंपा।

व्यापारी संघ ने कहा की प्रदेश सरकार की उदासीनता व मंडी बोर्ड की नियंत्रण व्यवस्था से परेशान होकर सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ समिति के प्रदेश व्यापी आव्हान के तहत दशपुर मंडी व्यापारी संघ ने निर्णय लिया है की हमारी मांगाें का जब तक समाधान नहीं होता तब तक हड़ताल की जाएगी। 4 सितंबर से व्यापारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ होगी। इसके चलते मंडी का कामकाज पूरी तरह से प्रभावित होगा।

रतलाम मंडी समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र चतर ने कहा कि हम सरकार से मुख्य मांगों के तहत मंडी प्लांट/गोदाम की लीज नियमावली को सरल करने एवं मंडी टैक्स 1%, एवं निराश्रित शुल्क समाप्त करने की प्रमुख मांग सरकार के समक्ष रखेंगे। प्रदेश में जब सारा व्यापार जब ई बिल से हो रहा है तब noc और उसके सत्यापन की जरूरत नहीं है। एक बार मंडी व्यापारी को व्यापार की अनुमति मंडी समिति द्वारा दिए जाने के बाद फिर से लायसेंस नवीनीकरण की प्रक्रिया बंद हो। मंडी बोर्ड से लाइसेंस या लाइसेंस नवीनीकरण शब्द निकाल देना चाहिए। अभी सिर्फ अनाज मंडी बंद रहेगी, प्याज और लहसुन मंडी चालू रहेगी।