झूठ बोलकर सिख समाज को गुमराह करना बंद करे भाजपा, वीडी शर्मा के बयान पर सच सलुजा का पलटवार
चुनाव आते ही धर्म और दंगे की बात करना भाजपा की डर्टी पॉलिटिक्स, सिख समाज को भयभीत कर, भावनाओं से खेलना भाजपा का चरित्र बन गया है: सचप्रीत सिंह (सच सलुजा)
भोपाल। साल 1984 में दिल्ली में हुए सिख दंगे पर मध्य प्रदेश का सियासी पारा गर्म है। मामले में सीबीआई चार्जशीट फाइल होने के बाद सत्ताधारी दल बीजेपी पीसीसी चीफ कमलनाथ को घेरने की कोशिश कर रही है। अब सिख समाज के कद्दावर नेता ने सचप्रीत सिंह (सच सलूजा) ने बयानवीर भाजपा नेताओं को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
कांग्रेस क़ौमी एकता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व सिख यूथ एसोसिएशन ऑफ़ इंदौर के अध्यक्ष सच सलुजा ने कहा, "जब-जब चुनाव क़रीब आता है, भाजपा धर्म, झूठ और फ़रेब की राजनीती शुरू कर देती है। भाजपा सिखों को हमेशा से ही कमलनाथ जी पर सिख दंगों का आरोप लगाकर गुमराह करती आई है, जबकि हक़ीक़त ये है की आज तक किसी दंगों में किसी भी एफ़.आई.आर या आरोप पत्र में कमलनाथ जी का नाम तक नहीं है।"
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सलुजा ने आगे कहा, "सिख समाज को भयभीत कर, भावनाओं से खेलना भाजपा का चरित्र बन गया है।
क्या भाजपा व उसके नेता अपने आप को भारतीय संविधान द्वारा स्थापित न्यायालय से बड़ा समझते है?
अभी हाल ही में भाजपा के पूर्व मंत्री सिख प्रतिनिधि हरेंद्रजीत सिंह बब्बू ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए थे। ऐसे ही इंदौर में भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष और सिख समाज के प्रतिनिधि सतबीर टूटेजा ने भी भाजपा विधायक के लोगों पर जान से मारने की धमकी देने के खुले आरोप मीडिया में लगाए हैं।"
सलुजा ने आरोप लगाते हुए कहा, "इन घटनाओं से तो भाजपा सिख विरोधी प्रतीत होती है, जो की सिख समाज के पार्टी से जुड़े नेताओं का शोषण करती है और फिर उन्हें दबाने व डराने का प्रयास करती है। लेकिन आज प्रदेश की जनता समझदार है और भाजपा के इस षड़यंत्र व झाँसे में आने वाली नहीं है।"