सीएम शिवराज ने बुलाई वर्तमान कार्यकाल की आखिरी कैबिनेट बैठक, कांग्रेस ने कसा तंज
कैबिनेट बैठक मंत्रालय में सुबह 11.30 बजे बुलाई गई है। इस कैबिनेट बैठक का कोई एजेंडा नहीं है। कैबिनेट की बैठक में मंत्रियों के साथ सभी एसीएस, पीएस और सचिवों को बुलाया गया है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में एक तरफ जहां सभी को मतगणना का इंतजार है तो वहीं दूसरी तरफ सीएम शिवराज ने कैबिनेट बैठक बुलाई है। मतगणना के ठीक तीन दिन पहले 30 नवंबर को कैबिनेट की यह बैठक बुलाई गई है। वर्तमान सरकार की यह अंतिम बैठक होगी। कैबिनेट बैठक का कोई एजेंडा नहीं है। ऐसे में तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
कैबिनेट बैठक मंत्रालय में सुबह 11.30 बजे बुलाई गई है। इस कैबिनेट की बैठक में मंत्रियों के साथ सभी एसीएस, पीएस और सचिवों को बुलाया गया है। कांग्रेस ने इसे लेकर सीएम शिवराज पर कटाक्ष किया है। कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने ट्वीट किया, 'काउंटिंग से पहले कैबिनेट बैठक। सत्ता का मोह छूटता नहीं है। शायद अखिरी बार सत्ता को छूकर देखना चाहते हैं ताकि वनवास में पुराने अहसास की यादें बनी रहें।'
काउंटिंग से पहले कैबिनेट बैठक।
— Piyush Babele||पीयूष बबेले (@BabelePiyush) November 28, 2023
सत्ता का मोह छूटता नहीं है।शायद अखिरी बार सत्ता को छूकर देखना चाहते हैं ताकि वनवास में पुराने अहसास की यादें बनी रहें। pic.twitter.com/irw3RXbIEb
इस पूरे मामले में कांग्रस यह भी आरोप लगा रही है कि सरकार आने वाली 3 दिसंबर को मतगणना में गड़बड़ी करने के लिए तैयारी कर रही है। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को विदाई भी दी जा सकती है। प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को छह-छह माह के दो एक्सटेंशन मिल चुके हैं। उनका कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हो रहा है। लेकिन अभी तक न तो उनके एक्सटेंशन के आदेश जारी हुए हैं और न ही नए मुख्य सचिव की नियुक्ति के आदेश आए हैं। माना जा रहा है कि कैबिनेट बैठक बैंस की विदाई समारोह के तौर पर बुलाया गया है।
यदि बैंस को सेवा विस्तार नहीं मिलता है तो प्रदेश की सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी वीरा राणा को प्रदेश का अगला मुख्य सचिव भी बनाया जा सकता है। वीरा राणा मार्च 2024 में सेवानिवृत्त होने जा रही हैं, ऐसे में चार माह तक वीरा राणा मुख्य सचिव बनी रह सकती हैं। अगर वीरा राणा को मुख्य सचिव बनाया गया तो प्रदेश के इतिहास में यह दूसरा मामला होगा, जब कोई महिला मुख्य सचिव होंगी। इसके पहले निर्मला बुच प्रदेश की मुख्य सचिव रह चुकी हैं।