MP की बाक़ी तीन सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी घोषित, प्रवीण पाठक को ग्वालियर से मिला टिकट
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के मध्य प्रदेश की सभी सीटों पर उम्मीदवार घोषित हो गए हैं

भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बाक़ी बची तीन सीटों पर भी अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने प्रवीण पाठक को टिकट दिया है। जबकि खंडवा से कांग्रेस ने नरेंद्र पटेल और मुरैना से सत्यपाल सिंह सिकरवार को उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge की अध्यक्षता में आयोजित 'केंद्रीय चुनाव समिति' की बैठक में लोकसभा चुनाव, 2024 के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम की लिस्ट। pic.twitter.com/KqrOXcjadU
— Congress (@INCIndia) April 6, 2024
कांग्रेस ने आज लोकसभा चुनाव के लिए अपने कुल छह प्रत्याशियों की सूची जारी की है। इसमें मध्य प्रदेश की तीन सीटों के अलावा गोवा की दो और एक दादरा और नगर हवेली लोकसभा क्षेत्र पर उम्मीदवारों का ऐलान किया गया है।
प्रवीण पाठक ग्वालियर से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। हालांकि बीते विधानसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं मुरैना से प्रत्याशी सत्यपाल सिंह सिकरवार भी पूर्व में विधायक रह चुके हैं।
मध्य प्रदेश में लोकसभा की कुल 29 सीटें हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ़ छिंदवाड़ा की सीट पर जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस ने इस सीट पर इस बार भी पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ को चुनावी मैदान में उतारा है।
मध्य प्रदेश में इस बार राजगढ़ की लोकसभा सीट सबसे हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही है। क्योंकि इस सीट से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह चुनावी मैदान में हैं। दिग्विजय सिंह पूर्व में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। हालांकि बीते कुछ समय से बीजेपी ने इस क्षेत्र पर अपना कब्जा जमाया हुआ है। लेकिन कांग्रेस को उम्मी है कि खुद दिग्विजय सिंह ही इस सीज पर एक बार फिर कांग्रेस के प्रभुत्व को दोबारा स्थापित करेंगे।
यह भी पढ़ें : वीडी शर्मा के दबाव में हुआ मीरा यादव का नामांकन फ़ॉर्म निरस्त, रिटर्निंग ऑफिसर हो निलंबित: कांग्रेस
इस बीच खजुराहो की लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार मीरा यादव का नामांकन फ़ॉर्म निरस्त किए जाने का मामला गरमाया हुआ है। विपक्षी दल निर्वाचन अधिकारी पर बीजेपी के राजनीतिक दबाव में आकर काम करने का आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस ने इस संबंध में निर्वाचन आयोग को पत्र भी लिखा है और इस मामले की न्यायिक जांच करने के साथ साथ रिटर्निंग ऑफिसर के निलंबन की मांग भी की है।