शिवराज सरकार ने घटाया शराब पर टैक्स, कुणाल चौधरी बोले माफिया तैयार कर रहे हैं शराब नीति

शिवराज सरकार के फैसले पर हमलावर हुई कांग्रेस, बड़े आंदोलन की दी चेतावनी

Updated: Jan 19, 2022, 11:57 AM IST

भोपाल। शराब पर कर घटाने के फैसले पर शिवराज सरकार घिर गई है। कांग्रेस पार्टी ने इस फैसले को लेकर शिवराज सरकार पर हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है। कुणाल चौधरी ने कहा कि शिवराज सरकार ने शराब माफियाओं के बलबूते ही प्रदेश में सत्ता हड़पी थी। और अब वही माफिया शराब नीति तैयार कर रहे हैं। 

शिवराज सरकार के फैसला का विरोध करते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि पेट्रोल डीजल का दाम करने के बजाय सरकार शराब के दाम सस्ता कर रही है। कुणाल चौधरी ने इस फैसले को युवाओं को गर्त में धकेलने की साजिश करार देते हुए कहा कि सरकार को आम जनता के लिए लोगों रोटी कपड़ा और मकान सस्ता कराने पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन इसके बजाय वह शराब का रेट सस्ता कर रही है। 

पीसीसी चीफ कमल नाथ ने सिलसिलेवार ढंग से शिवराज सरकार की इस नई नीति के दुष्परिणाम बताए हैं। इसके ही उन्होंने शिवराज सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए हैं। पूर्व सीएम कमल नाथ ने कहा है कि शिवराज सरकार घर घर शराब पहुंचाना चाहती है ताकि सब मदहोश रहें। कमल नाथ ने कहा जो लोग चुनाव के समय शराबबंदी की वकालत करते थे, वे आज शराब के सबसे बड़े पक्षधर हो गए हैं। 

वहीं उन्होंने भिंड में जहरीली शराब से हुई चार लोगों की मौत का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में शराब माफियाओं का कहर जारी है। कमल नाथ ने कहा है कि शराब माफियाओं पर शिवराज सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।

वहीं कांग्रेस विधायक रवि जोशी ने शिवराज सरकार की नई नीति के दुष्परिणाम बताते हुए कहा कि शराब सस्ती होने के कारण घर घर मिलेगी। शिवराज सरकार की यह नीति पूरी पीढ़ी को बर्बाद कर देगी। इतना ही नहीं कांग्रेस विधायक ने शिवराज सरकार की इस नीति के खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन की चेतवानी भी दे डाली है। 

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दरअसल शिवराज सरकार मध्य प्रदेश में नई आबकारी नीति लेकर आई है। जिसके तहत देशी शराब पर और विदेश शराब पर क्रमशः बीस और दस फीसदी ड्यूटी घटा दी गई है। ड्यूटी घटाए जान के कारण प्रदेश में शराब सस्ती हो जाएंगी। जिस वजह से प्रदेश में शराबखोरी बढ़ने की आशंका है। यही वजह है कांग्रेस पार्टी इस नई नीति का विरोध कर रही है। 

शिवराज सरकार की सत्ता में वापसी के बाद से ही प्रदेश के कई हिस्सों में जहरीली शराब के कारण लोगों की मौतें हुई हैं। खुद राज्य की पूर्व सीएम उमा भारती शिवराज सरकार से प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने की मांग कर चुकी हैं। वे लगातार इस मांग को उठाती भी रहती हैं।