चुनाव पूर्व कांग्रेस को मिला बजरंग सेना का साथ, कमलनाथ की मौजूदगी में बजरंग सेना का कांग्रेस में विलय

बजरंग दल विवाद के बीच कांग्रेस के साथ आई बजरंग सेना, 60 हजार कार्यकर्ताओं वाले संगठन का कांग्रेस में विलय, बजरंग सेना के राष्ट्रीय संयोजक रघुनंदन शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष अमरीश राय, गायक उर्मिला नागर भी कांग्रेस में शामिल।

Updated: Jun 06, 2023, 08:19 PM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पूर्व तमाम सर्वे मध्य प्रदेश में कांग्रेस की वापसी के संकेत दे रहे हैं। कांग्रेस ने इस बार सत्ताधारी दल को सभी मोर्चे पर घेर रखा है। बीजेपी की ओर से धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिशें भी विफल साबित हो रही है। मध्य प्रदेश कांग्रेस को अब बजरंग सेना का समर्थन मिल गया है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को पीसीसी मुख्यालय में बजरंग सेना का विधिवत रूप से कांग्रेस में विलय कराया। यह विलय ऐसे समय में हो रहा है जब देशभर में बजरंग दल बैन का मुद्दा सुर्खियों में है।कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बजरंग बली और बजरंग दल को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जमकर सियासत हुई। बीजेपी ने बजरंग दल पर बैन की घोषणा को बजरंग बली का अपमान बताते हुए इसे चुनावी मुद्दा बनाया था। बावजूद राज्य में कांग्रेस पार्टी शानदार जीत दर्ज करने में सफल रही।

इधर मध्य प्रदेश में भी भाजपा बजरंग बलि और बजरंग दल को मुद्दा बनाने की कोशिशें कर रही थी। लेकिन अब बजरंग सेना नाम के संगठन ने कांग्रेस को समर्थन दिया है।  बजरंग सेना के राष्ट्रीय संयोजक रघुनंदन शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष अमरीश राय, गायक उर्मिला नागर समेत तमाम पदाधिकारियों ने मंगलवार को न सिर्फ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की, बल्की बजरंग सेना का कांग्रेस पार्टी में विलय भी कराया। प्रदेश में बजरंग सेना के 60 हजार कार्यकर्ता हैं।

बजरंग सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भगवा ध्वज लेकर रैली के रूप में पैदल ही कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। पीसीसी दफ्तर पहुंचने पर रैली का स्वागत कमलनाथ ने किया। इस अवसर पर पीसीसी में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। बजरंग सेना का कांग्रेस पार्टी में विलय कराने के पीछे कांग्रेस नेता दीपक जोशी ने अहम भूमिका निभाई है।

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इस अवसर पर दीपक जोशी ने कहा भगवान राम के परम सेवक हनुमानजी की बजरंग सेना साथ लेकर यहां आए हैं। हम संस्कृति के सेवक हैं। सनातन धर्म के सच्चे संरक्षक के रूप में कोई काम कर रहा है तो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कर रहे हैं। अपने मुख्यमंत्री काल के पहले ही साल में कमलनाथ ने एक लाख गौशालाओं का निर्माण कराया, ताकि गौमाता शांति और सुकून से रह सकें। जब मैंने बजरंग सेना से बात की तो बजरंग सेना का कहना था कि हम सब लोग मिलकर उस व्यक्तित्व का सम्मान करना चाहते हैं। आज हमारे भारत में राजनीतिक लोग बहुत से मंदिरों के निर्माण में विधायक निधि और सांसद निधि से सहयोग देते हैं, लेकिन अपने स्वयं के पैसे से कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के सबसे बड़े बजरंगबली की प्रतिमा का का निर्माण कराया है।

इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि, 'आज का दिन ऐतिहासिक है। आप कांग्रेस का साथ नहीं, सच्चाई का दे रहे हैं। प्रदेश के तस्वीर आपके सामने है। महाकाल लोक निर्माण में घोटाला, नर्मदा घोटाला, जहां देखो वहां घोटाला। मुझे चिंता अपने जीवन की नहीं है, मुझे चिंता है कि हम अगली पीढ़ी को कैसा प्रदेश सौंपेंगे। प्रदेश में एक करोड़ नौजवान बेरोजगार हैं।' बता दें कि बजरंग सेना को कांग्रेस में जाने से रोकने के लिए संघ और भाजपा भी एक्टिव थे और रघुनंदन शर्मा को मनाने की कोशिश की गई थी लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ और मंगलवार को बजरंग सेना कांग्रेस में शामिल हो गई।