Kamal Nath: जब तक जनता चुनेगी सरकार तभी तक रहेगा लोकतंत्र

लोकतंत्र सम्मान दिवस पर बोले कमलनाथ, एक साल पहले हमारे सामने दो विकल्प थे, एक खरीदी हुई सरकार चलाना या फिर लोकतंत्र का सम्मान करना, हमने दूसरा विकल्प चुना

Updated: Mar 20, 2021, 11:12 AM IST

Photo Courtesy : The Economic Times
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भोपाल। कांग्रेस आज पूरे मध्य प्रदेश में लोकतंत्र सम्मान दिवस मना रही है। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जब तक जनता अपनी सरकार खुद चुनेगी, तभी तक लोकतंत्र जीवित रहेगा। उन्होंने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त करके सत्ता पर काबिज़ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज प्रदेश में जनता की चुनी हुई सरकार नहीं है। कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को एक साल पहले विधायकों के पाला बदलने की वजह से इस्तीफा देना पड़ा था। कांग्रेस पार्टी आज उसी दिन को याद करते हुए लोकतंत्र सम्मान दिवस मना रही है।

कमलनाथ ने इस मौके पर कहा कि मध्य प्रदेश की मौजूदा सरकार जनता द्वारा चुनी हुई नहीं है, इसीलिए आज प्रदेश का हर वर्ग चाहे वो युवा हों या महिला, मज़दूर हों या व्यापारी, सब पीड़ित हैं। कमलनाथ ने अपने संदेश में कहा कि मैं मध्य प्रदेश की जनता को वचन देता हूँ कि कांग्रेस हमेशा इस सरकार की दमनकारी नीति के विरुद्ध जनता के साथ खड़ी रहेगी।  

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हमने लोकतंत्र के सम्मान को बचाए रखा : कमल नाथ 
कमल नाथ ने कहा कि 2018 में प्रदेश की जनता ने 15 सालों के बीजेपी के झूठ से त्रस्त आकर कांग्रेस को बड़ी उम्मीद और आशा के साथ चुना था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को प्रदेश में चौतरफा विकास कार्य करते देखकर विपक्ष को डर लगने लगा और उसने सरकार गिराने की कोशिश के तहत सौदेबाज़ी शुरू कर दी। कमलनाथ ने कहा कि सौदेबाज़ी की जानकारी उन्हें काफी पहले से थी। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय उनके पास दो विकल्प थे। पहला, सौदेबाज़ी कर एक खरीदी हुई सरकार को चलाना और दूसरा संविधान की भावना को बचाए रखना। कमलनाथ ने कहा कि वे भी विधायकों को अपने पाले में करके एक खरीदी हुई सरकार चला सकते थे। लेकिन उन्होंने लोकतंत्र के सम्मान को बचाए रखना का विकल्प चुना। कमलनाथ ने जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि अपने कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी ने जो विकास कार्य शुरू किए थे, उन्हें प्रदेश में कांग्रेस की सरकार दोबारा बनते ही फिर से शुरू किया जाएगा।   

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एक वर्ष पहले आज ही के दिन कमल नाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दिया था। सिंधिया के पाला बदलने के कारण कमल नाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी। सिंधिया खेमे के विधायकों के इस्तीफ़ा देने के बाद जब सदन में बहुमत हासिल करने की उम्मीदें समाप्त हो गईं, तब कमल नाथ ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। इसीलिए कांग्रेस आज पूरे प्रदेश भर में लोकतंत्र सम्मान दिवस मना रही है।

इस अवसर पर आज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और पीसी शर्मा ने भी भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर स्थित बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर लोकतंत्र के सम्मान का संकल्प दोहराया। कांग्रेस नेता मनोहर बैरागी ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली ‘महू’ जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और लोकतंत्र के सम्मान का संकल्प लिया। उमरिया, सतना, इंदौर, अशोकनगर सहित जगह जगह से कांग्रेस के इस कार्यक्रम की तस्वीरें आ रही हैं। कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दलबदलू विधायकों की तस्वीरों पर 2 हज़ार के नोटों की माला का पोस्टर लगाकर उनका विरोध किया।