क्‍वारैंटाइन सेंटर या काला पानी?

क्वाररैंटाइन सेंटर में अव्यवस्था का यह आलम की वहां जाने के बाद तेजी से हो रहे पॉजिटिव

Publish: Apr 30, 2020, 10:31 PM IST

Photo courtesy : patrika
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कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रदेश भर में क्वारैंटाइन सेंटर और आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। मगर इन सेंटरों पर अव्‍यवस्‍थाओं तथा लापरवाही की शिकायतें खत्‍म नहीं हो रही है। भोपाल एम्‍स में भर्ती स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के कर्मचारी की पत्‍नी ने यहां उपचार न होने के आरोप लगाए थे। इंदौर के सेंटर से आठ लोग भाग गए थे। वहीं अब पन्‍ना में एक युवक द्वारा आत्‍महत्‍या करने की खबर आई है। इन सेंटरों पर रखे गए लोग वीडियो वायरल कर शिकायत कर रहे हैं जहां उपचार मिलना चाहिए उन क्‍वारैंटाइन सेंटरों में खाना-पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। भोपाल के हज हाउस में बनाए गए सेंटर में तो पॉजिटिव और नेगेटिव सभी लोगों को साथ रखा गया है। इन सेंटरों में रह रहे लोगों की मानी जाए तो ये सेंटर उपचार केंद्र कम काला पानी की सजा अधिक महसूस हो रहे हैं।

क्वारैंटाइन सेंटर की दुर्दशा की शिकायतें भोपाल के गांधी नगर में बनाए गए ऑल सेंट्स स्कूल सेंटर से आई थी। जहांगीराबाद के 75 लोगों को इस सेंटर में लाया गया था। माता-पिता के साथ आए करीब 10 बच्चे भूख से दिन भर बिलखते रहे। सभी को इंतजार था कि रात मे बच्चों के लिए दूध व पूरा खाना मिलेगा। रात आठ बजने पर उनकी उम्मीद टूट गई। खाने में उन्हें एक थैली में खिचड़ी दी गई। इन्हें अलग अलग-हॉल में जमीन पर बेड लगाकर रखा गया था। बच्चे पूरे हॉल में घूमते रहे।  सेंटर में लोगों को मास्क दिया गया है न ही मच्छरदानी। वहां के कमरों में न तो साफ सफाई की गई और न ही वहां टायलेट साफ थे। इतने लोगों के बीच सिर्फ दो टॉयलेट और उनमें बेहद गंदगी। सब्र टूटने के बाद लोग भड़क गए। इस सेंटर से जारी हुए एक वीडियो में महिला कातर स्‍वर में अपने बच्‍चों के लिए दूध और बिस्किट की मांग कर रही है। सेंटर के अन्‍य लोग भी आक्रोशित दिखाई दे रहे थे जबकि वहां मौजूद प्रशासनिक अमले के पास कोई ठोस जवाब नहीं था।

साथ में रह रहे इसलिए तेजी से हो रहे पॉजिटिव

भोपाल में बुधवार 29 अप्रैल को दोपहर में 46 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मंगलवार को हमीदिया अस्‍पताल में हुई मृत्‍यु के बाद आई रिपोर्ट में मृतक को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इन 46 लोगों में एक ही परिवार के तीन लोग शामिल हैं। साथ ही 5 जमाती की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। जमाती के पॉजिटिव आने पर विधायक आरिफ मसूद के उस आरोप की पुष्टि होती है जिसमें उन्‍होंने कहा था‍ कि कोरोना की रोकथाम के लिए सोशल डिस्‍टेंसिंग के बदले प्रशासन ने एक ही कोरोना क्‍वारैंटाइन सेंटर में कोरोना पॉजिटिव और नेगेटिव जमातियों को रख दिया गया है। ऐसा करने से जमातियों के तेजी से संक्रमित होने की आशंका है।

गौरतलब है कि प्रशासन ने भोपाल के हज हाउस में सबसे बड़ा क्‍वारैंटाइन सेंटर बनाया है। यहां 139 जमातियों को क्वारेंटाइन किया गया था। यहां अब भी 103 जमाती रखे गए हैं। एक-एक कर अब तक 41 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। दूसरों को रिपोर्ट का लेकिन सब के सब एक-दूसरे के संपर्क में रहे।

क्वारैंटाइन सेंटर में जमातियों के कमरों के पंखें बंद हैं। कमरों की साफ-सफाई भी नहीं हो रही है। विधायक आरिफ मसूद ने कहा है कि यहां के बहुत बुरे इंतजाम हैं। हज हाउस के एक कर्मचारी को छोड़ बाकी सभी चले गए। सब गैर जिम्‍मेदार साबित हुए। 27 दिनों में हमने दो बार सफाई करवाई। एक हाल में भोपाल के 18 लोगों को रखा गया। इनमें से पहले 4 लोग पॉजिटिव हुए फिर 16 हो गए। अब प्रशासन हज हाउस खाली करवा रहा है। मसूद ने कहा कि इंसानियत के नाम पर शर्मनाक काम हुआ है।

क्‍वारैंटाइन सेंटर में आत्महत्या

क्‍वारैंटाइन सेंटर में अव्‍यवस्‍था की शिकायतों के बीच पन्ना जिले में युवक द्वारा आत्महत्या करने की खबर आई। आत्महत्या का कारण अज्ञात है। बताया जा रहा है कि एक दिन पहले उसके पिता मिलने के लिए क्वरंटाइन सेंटर में मिलने के लिए आए थे। पुलिस के अनुसार, “अमानगंज थाना क्षेत्र के शासकीय महाविद्यालय में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां बाहर से आ रहे लोगों को रोका गया है। यहां सागर जिले के गढ़ाकोटा से लगभग 100 किलोमीटर पैदल चलकर लौटे छह लोगों में 19 वर्षीय रामलखन कुशवाहा भी शामिल था। उसने मंगलवार की दोपहर आत्‍महत्‍या कर ली।” जबकि सोमवार और मंगलवार को उससे मिलने उसके पिता भी आए थे और भोजन भी कराया था। उसने आत्महत्या क्यों की, इसकी जांच कराई जा रही है।

पिता ने बेटे से कहा – इलाज नहीं मिल रहा

इस बीच सेंट्रल जेल इन्दौर के कैदी श्यामलाल का ऑडियो वायरल हुआ। खरगोन निवासी श्‍यामलाल ने अपने बेटे को फोन पर बताया कि उन्‍हें तबीयत खराब होने के कारण एम.वाय. अस्पताल के ICU में  भर्ती करा गया है। कैदी श्‍यामलाल ऑडियो में कहते सुनाई दे रहे हैं कि अस्पताल में बहुत अव्यवस्था है। डॉक्‍टर आते नहीं हैं और सही इलाज नहीं मिल रहा है। वे घबरा‍हट के साथ कह रहे हैं कि कल ही एक महिला की देखते ही देखते मौत हो गई। मेरा न जाने क्‍या होगा।

क्‍वारैंटाइन सेंटरों के संचालन की समीक्षा हो : कांग्रेस

क्वारैंटाइन सेंटर में 19 वर्षीय युवक की आत्‍महत्‍या और परेशानियों की सूचनाओं के बाद कांग्रेस ने कहा है कि यह घटना क्वारैंटाइन सेंटरों की दुरावस्था का प्रमाण है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया उपाध्‍यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने इन सेंटरों के संचालन की समीक्षा को अनिवार्य बताया है। गुप्ता ने कहा कि बहुत से अधिकारी इस विकट आपदा को सूखा राहत कार्यक्रम समझ रहे है। ऐसे अधिकारियों को चिन्हित करने की जरूरत है।