भोपाल में सुरक्षित नहीं हैं बेटियां, इस साल हर दिन दर्ज हुआ बलात्कार का एक मामला

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 1 जनवरी 2023 से लेकर 15 अगस्त तक हर दिन बलात्कार का एक और छेड़छाड़ के दो मामले दर्ज किए गए।

Updated: Sep 02, 2023, 01:44 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। यहां प्रतिदिन बेटियों के साथ बलात्कार और छेड़छाड़ के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, सख्त कार्रवाई नहीं होने के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। हाल ही में भोपाल में एक सनकी ने 10वीं कक्षा की एक छात्रा के गाल पर काट लिया और पुलिस अब तक उसकी पहचान नहीं कर पाई है।घटना के वक्त लड़की जवाहर चौक में अपनी कोचिंग क्लास से निकल रही थी।

इस भयावह घटना ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। चिंता की वजह यह भी है कि यह घटना जवाहर चौक जैसे व्यस्त सड़क पर दिनदहाड़े हुई थी। टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में भोपाल पुलिस के हवाले से बताया है कि मध्य प्रदेश की राजधानी में हाल के दिनों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है, खासकर नाबालिग लड़कियों से जुड़े मामलों में, पिछले वर्ष की तुलना में छेड़छाड़ के मामले 11% बढ़े हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक आंकड़ों से यह भी पता चला है कि इस साल 1 जनवरी से 15 अगस्त तक भोपाल में प्रतिदिन औसतन एक बलात्कार का मामला और दो छेड़छाड़ के मामले दर्ज किए गए। हालांकि, साल 2022 में इसी अवधि के दौरान दर्ज किए गए मामलों की तुलना में बलात्कार के मामलों की संख्या लगभग समान थी। राज्य की राजधानी में इस साल 15 अगस्त तक महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के अपहरण के 257 मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले 245 अपहरण के मामले दर्ज किए गए थे।

मामले पर भोपाल पुलिस का तर्क है कि रिपोर्ट किए जा रहे मामलों की संख्या बढ़ी है, इसे पॉजीटिव नजरिए में देखा जा सकता है। भोपाल शहर के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के तहत पुलिस द्वारा महिलाओं और बच्चों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए कई पहल की जा रही हैं, इसलिए जो मामले पहले दर्ज नहीं होते थे, वे अब पुलिस को रिपोर्ट किए जा रहे हैं।

कांग्रेस भोपाल में बेटियों के साथ हो रहे अपराध की घटनाओं को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'शिवराज जी, बेटियों की लाज बचा नहीं पाते, बस वोट चाहते हैं। जब राजधानी भोपाल में रोज़ एक बलात्कार हो रहा है तो सोचिए समूचे मध्यप्रदेश का क्या हाल होगा। 18 साल के शिवराज के अराजक राज में 58,000 से अधिक बेटियां बलात्कार की शिकार हुईं, 67,000 से अधिक अपहृत कर ली गईं। आज भी मप्र में 16 महिलाएं रोज़ अपहरण का शिकार हो रही हैं, 8 महिलाएं रोज़ बलात्कार का शिकार हो रही हैं। भाजपा के अपराध राज से मुक्ति पाइए, कांग्रेस की ओर कदम बढ़ाइए।'