बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष पर बिजली कंपनी के यंत्री से मारपीट का आरोप, पुलिस दर्ज नहीं कर रही FIR

बिजली वितरण कंपनी के कनिष्ठ यंत्री रविकांत त्रिपाठी का दावा, पूर्व मंडल अध्यक्ष और उनके रिश्तेदार ज़ब्त की गई मोटर जबरन उठा ले गए, बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष ने त्रिपाठी पर लगाया धमकाने का आरोप

Updated: Jan 24, 2021, 06:01 AM IST

Photo Courtesy: Amar Ujala
Photo Courtesy: Amar Ujala

भोपाल/देवास। देवास जिले के कन्नौद थाना क्षेत्र की पुलिस पर बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष राधेश्याम जाट पर मारपीट करने का आरोप लगा है। उन पर यह आरोप लगाने वाले रविकांत त्रिपाठी ने पुलिस पर कार्रवाई करने से बचने का इल्ज़ाम भी लगाया है। रविकांत त्रिपाठी मध्य प्रदेश क्षेत्रीय विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड में कनिष्ठ यंत्री हैं। रविकांत त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि राधेश्याम जाट और उनके रिश्तेदारों ने शनिवार की दोपहर को उनके  कार्यालय में घुसकर उनके साथ गाली गलौज और मारपीट की। 

दरअसल क्षेत्रीय विद्युत वितरण कंपनी ने राधेश्याम जाट के भतीजे युवराज जाट द्वारा कथित तौर पर बिजली चोरी के आरोप में उनकी मोटर 20 जनवरी को जब्त कर ली थी। कनिष्ठ यंत्री रविकांत त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे राधेश्याम जाट के भतीजे संतोष और उसके नौकर उनके कार्यालय पहुंचे और अभद्रता के साथ पेश आने लगे। त्रिपाठी के मुताबिक इसके बाद खुद राधेश्याम जाट भी पीछे के दरवाज़े से कार्यालय में घुस आए और उनके साथ गाली गलौज करने लगे। रविकांत त्रिपाठी का दावा है कि राधेश्याम जाट ने उनके साथ कार्यालय में मारपीट भी की।

रविकांत त्रिपाठी ने कहा है कि इस पूरी घटना की रिकॉर्डिंग उनके फोन में मौजूद है। त्रिपाठी के अनुसार राधेश्याम जाट के बदसलूकी और मारपीट करने पर कार्यालय सहायक उन्हें दफ्तर के बाहर ले गए। रविकांत त्रिपाठी का आरोप है कि इस दौरान राधेश्याम के भतीजे ने जब्त की हुई मोटर ले ली और भाग खड़ा हुआ। इस पूरे मामले में रविकांत त्रिपाठी ने राधेश्याम जाट के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए कन्नौद थाने में लिखकर अनुरोध किया है। लेकिन त्रिपाठी का कहना है कि पुलिस उनके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। 

राधेश्याम जाट ने रविकांत त्रिपाठी पर धमकाने और अवैध वसूली का आरोप लगाया है 

दूसरी तरफ बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष राधेश्याम जाट ने रविकांत त्रिपाठी पर ही अवैध वसूली और धमकाने का आरोप लगाया है। राधेश्याम जाट ने कन्नौद थाने में दिए प्रतिवेदन में कहा है कि क्षेत्रीय विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री उनकी चलती मोटर खेत से निकालकर ले गए थे। राधेश्याम जाट का आरोप है कि मोटर वापस करने के लिए रविकांत त्रिपाठी उनसे 35 हज़ार रुपये की रिश्वत मांगने लगे।  

राधेश्याम जाट के मुताबिक उन्होंने इस बारे में विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी से बात की तो उन्होंने मोटर वापस करने का आदेश दे दिया। इसके बाद ही वे शनिवार को मोटर वापस लेने के लिए कार्यालय पहुंचे थे। लेकिन राधेश्याम जाट का दावा है कि रविकांत त्रिपाठी ने मोटर वापस करने की जगह उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। जाट का आरोप है कि त्रिपाठी ने उन्हें फर्जी मामला बना कर जेल भिजवाने की धमकी भी दी। उन्होंने रविकांत त्रिपाठी पर गाली गलौज करने का आरोप भी लगाया है।