ग्वालियर में रेत माफियाओं और पुलिस में ज़बरदस्त मुठभेड़, 8 आरोपी गिरफ्तार, एक पुलिस अफ़सर घायल

पुलिस और रेत माफियाओं की मुठभेड़ क़रीब डेढ़ घंटे तक चली, पुलिस ने आठ बदमाशों को गिरफ्तार करके उनके ख़िलाफ़ हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया है

Updated: Feb 06, 2021, 05:31 AM IST

Photo Courtesy: Navbharat times
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ग्वालियर। ग्वालियर में रेत माफियाओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। ग्वालियर के जलालपुरा अंडरब्रिज के पास रेत का अवैध खनन कर रहे माफियाओं और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। करीब डेढ़ घंटे तक चली इस मुठभेड़ में पुरानी छावनी थाने के टीआई सुधीर सिंह कुशवाह घायल हो गए हैं। पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। 

पुलिस ने योजना बना कर रेत माफियाओं को घेरा 

शुक्रवार को पुलिस ने तय योजना के अनुसार जलालपुरा अंडरब्रिज के पास रेत माफियाओं को घेर लिया था। पुलिस को यह सूचना मिली थी कि चंबल नदी से रेत माफिया अवैध खनन कर जा रहे हैं। पुलिस ने तय योजना के अनुसार जलालपुरा अंडरब्रिज के पास अपने डंपर और ट्रक खड़े कर दिए। जैसे ही अवैध ढंग से निकाली गई रेत से भरे ट्रैक्टर अंडरब्रिज के अंदर घुसे, पुलिस ने ट्रैक्टर और डंपर से अंडरब्रिज को दोनों तरफ से घेर दिया। 

अंडरब्रिज की घेराबंदी देखकर रेत माफियाओं में अफरातफरी जैसा माहौल बन गया। रेत माफियाओं ने पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। पुलिस और माफियाओं के बीच सुबह करीबन 6.40 बजे से 7.58 तक मुठभेड़ चली। इस मुठभेड़ में पुरानी छावनी थाने के टीआई सहित पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। टीआई सुधीर कुशवाह ने मीडिया को बताया कि जब हमने घेराबंदी कर दी, उसके बाद रेत माफियाओं ने अपने साथियों को कॉल कर बुला लिया। इसी बीच जब तक वे अपनी पोजीशन ले पाते तब तक पांच अलग अलग ट्रैक्टरों पर सवार लोग पीछे से आ गए। सुधीर कुशवाह ने मीडिया को बताया कि वे अपनी पोजीशन लेने के दौरान नाले में गिर गए और घायल हो गए।

दूसरी तरफ पुलिस ने दस माफियाओं पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है। आठ लोग पुलिस की गिरफ्त में हैं जबकि दो लोग अभी फरार चल रहे हैं। पुलिस के मुताबिक सभी रेत माफिया एक ही गांव के हैं जबकि तीन आरोपी बादशाह, मोनू और दशरथ एक ही घर के हैं। ग्वालियर में रेत माफियाओं द्वारा पुलिस की टीम पर हमला किए जाने का यह पहला मामला नहीं है। पिछले पंद्रह दिनों में यह चौथी वारदात है जब पुलिस की टीम पर रेत माफियाओं ने हमला किया है। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में माफियाओं को जमींदोज करने के दावों पर एक बार फिर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है।