सबको नौकरी से निकाल देंगे, मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे आउटसोर्स कर्मचारियों को डिप्टी CM ने धमकाया

डिप्टी सीएम आवास घेरकर बैठे आउटसोर्स कर्मचारियों पर राजेंद्र शुक्ल भड़क गए। उन्होंने धमकाते हुए कहा कि इन सबको निकलवाना है, नए लोगों की भर्ती करेंगे।

Updated: Nov 24, 2024, 03:41 PM IST

रीवा। मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला शनिवार को उनसे मुलाकात करने आए कर्मचारियों पर भड़क उठे। दरअसल, रीवा में कुछ आउटसोर्स कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर डिप्टी सीएम के निवास के बाहर धरने पर बैठे थे। इस दौरान डिप्टी सीएम शुक्ला बाहर आए और कर्मचारियों पर भड़क गए। उन्होंने आउटसोर्स कर्मचारियों और सफाई कर्मचारियों को नौकरी से निकालने तक की धमकी दे डाली।

दरअसल, रीवा के संजय गांधी अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और गांधी मेमोरियल में आउटसोर्स कर्मचारी श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के बाहर अपनी मांगों के समर्थन में 5 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। 13 सूत्रीय मांगों को लेकर शनिवार को सभी कर्मचारी डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल के निवास पर पहुंचे। इस दौरान डिप्टी सीएम उनसे मिलने बाहर आए और गुस्सा हो उठे।

आउटसोर्स कर्मचारियों पर गंदगी फैलाने के आरोप लगाते हुए डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि इन सबको निकलवाना है, नए आदमियों की भर्ती करेंगे। पहले तो हाथ जोड़कर नौकरी मांगते हैं, फिर दादागीरी करते हैं। उन्होंने पुलिस से कहा कि जिन्होंने टोटियां तोड़ी है, उन्हें बंद कर दो। कोई यहां पर फालतू बात नहीं करेगा। उन्होंने मोबाइल रिकार्डिंग बंद करने को भी कहा।

प्रदर्शन के दौरान आउटसोर्स कर्मचारियों पर तोड़फोड़ करने और गंदगी फैलाने के आरोप लगे हैं। इसी बात को लेकर डिप्टी सीएम ने गुस्सा जताया। बाद में श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन सुनील ने भी सख्ती जताते हुए कहा कि अव्यवस्था फैलानेवाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इधर हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि मांगे पूरा नहीं की तो हड़ताल पर बैठे रहेंगे।

हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि उनका शोषण किया जा रहा है। वह अपनी मांगों को लेकर कई बार कंपनी सहित अस्पताल प्रबंधन से भी बात कर चुके हैं, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन मिला। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो वह लगातार हड़ताल पर बैठे रहेंगे। बता दें कि आउटसोर्स कर्मचारी पहले भी हड़ताल कर चुके हैं। पहले उन्हें आश्वासन देकर मना लिया गया था।

घटना का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने डिप्टी सीएम शुक्ला पर हमला बोला है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल का घमंड देखिए। उनकी सरकार नौकरी दे नहीं रही और मंत्री जी हैं कि अपनी मांगों को लेकर आए स्वास्थ्य विभाग के अस्थाई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देने की धमकी दे रहे हैं! धमकी भरा लहजा लोगों को पता ना चल जाए, इसलिए मोबाइल भी बंद करवाए जा रहे हैं। मोहन सरकार के जंगलराज में अस्थाई, संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों का जमकर शोषण किया जा रहा है।'