जन आशीर्वाद यात्रा की बैठक लेने पहुंचे मंत्री तुलसी सिलावट को किसानों ने घेरा, उल्टे पांव वापस लौटे मंत्रीजी

जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट जन आशीर्वाद यात्रा के लिए बैठक लेने खंडवा पहुंचे थे। यहां किसानों ने उनका घेराव किया तो बिना जवाब दिए लौट गए मंत्री जी।

Publish: Sep 03, 2023, 02:37 PM IST

Image courtesy- Amarujala
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खंडवा। मध्य प्रदेश में बारिश नहीं होने के से किसानों की परेशानी पहले ही बढ़ी हुईं थी। अब खंडवा में बिजली कटौती ने उनकी समस्या को और अधिक बढ़ा दिया है। एक तरफ भाजपा जन आशीर्वाद यात्रा निकाल कर प्रदेश में वोटर्स को लुभाने की तैयारी कर रही है। वहीं खंडवा में किसान बिजली की कटौती से परेशान हैं। किसान जब इसकी शिकायत जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट से की तो वे भी जवाब देने की बजाए वहां से चुप चाप निकल गए।

दरअसल भाजपा प्रदेश में जन आशीर्वाद यात्रा शुरू कर रही है। उसी की तैयारियों के लिए शनिवार को जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट खंडवा पहुंचे थे। किसानों को उनके आने की सूचना मिली तो उन्होंने मंत्री तुलसी सिलावट का घेराव कर दिया। किसानों ने मंत्री से कहा कि, मांधाता विधानसभा क्षेत्र में इंदिरा सागर बांध, ओंकारेश्वर सागर बांध और सिंगाजी थर्मल पावर से प्रदेश की सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन होती है, लेकिन यहीं के किसानों को बिजली नहीं मिल पा रही है।

यहां 10 घण्टे में से भी तीन घंटे की कटौती कर दी गई। ऐसे में केवल सात घण्टे ही बिजली मिल रही है। किसानों के सवालों पर मंत्री तुलसी सिलावट उन्हें कोई जवाब नहीं दे सके। जिसके बाद किसान भड़क गए औए उनका विरोध करने लगे। विरोध बढ़ता देख मंत्री सिलावट बैठक अधूरी छोड़ वहां से उल्टे पांव लौट गए।

इसी मामले पर कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने किसानों का पक्ष रखा है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बिजली की समस्या को हल करने की मांग करते हुए ट्विटर(एक्स) पर लिखा कि "कम बारिश की वजह से किसानों की फसलें बर्बादी हो रही है, सिंचाई को मिलने वाली 10 घंटे बिजली में से 4-5 घण्टे ही मिल रही है, जिससे किसानों को सिंचाई करने में बहुत परेशानी आ रही है ।
मेरी शिवराज जी से मांग है कि तत्काल बिजली प्रदाय 10 घण्टे करें एवं फसलों की नुकसानी का सर्वे करवाएं।" 

बता दें कि खंडवा जिला प्रदेशभर में बिजली सप्लाई के लिए जाना जाता है। इसे पावर हब माना जाता है। अब यहीं के किसानों को बिजली नहीं मिल रही है। बारिश नहीं होने के कारण किसान पहले ही परेशान थे अब बिजली नहीं मिलने के कारण फसलों की सही समय पर सिंचाई नहीं हो पा रही है। इस तरह यहां के किसान बारिश नहीं होने और बिजली नहीं मिलने की दोहरी मार से जूझ रहे हैं।