पहली बार भाजपा के विज्ञापन में IAS अधिकारियों के नाम, बाद में एजेंसी ने बताया भूल
मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव भूले संविधान की शपथ, पार्टी विशेष के विज्ञापन में बतौर सहयोगी छपा नाम, बवाल बढ़ने पर विज्ञापन एजेंसी ने बताया भूल

भोपाल। गृहमंत्री अमित शाह भोपाल आकर चले गए लेकिन उनके स्वागत में छपे विज्ञापन का विवाद थम नहीं रहा है। विज्ञापन बीजेपी के एक कार्यकर्ता की तरफ से छपा लेकिन उसमें अपने नेताओं के साथ साथ विज्ञापनदाता ने आईएएस अफसरों के नाम भी छपवा दिए। नीरव प्रधान नाम के बीजेपी कार्यकर्ता ने स्वागत अभिनंदन के लिए दिए विज्ञापन में सहयोगियों की कतार में मंत्री विश्वास सारंग को 'बड़े भाई' और उनके नीचे मुख्य सचिव इकबाल बैंस, प्रमुख सचिव मोहम्मद सुलेमान का नाम सहयोगी के रूप में छपवाया। 16 अक्तूबर को यह विज्ञापन अखबारों में छपा भी। लेकिन जब लोगों ने इस पर सवाल उठाए तो बीजेपी नहीं, बीजेपी के वो कार्यकर्ता भी नहीं बल्कि विज्ञापन एजेंसी ने भूल सुधार का एक छोटा सा कॉलम छपवा दिया।
सवाल इसलिए उठे क्योंकि आईएएस अधिकारी कभी अपनी संवैधानिक मर्यादाओं के परे जाकर ऐसे विज्ञापनों का हिस्सा नहीं रहे हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और प्रमुख सचिव मो सुलेमान शायद पार्टी विशेष के विज्ञापन में नाम छपने से परेशानी में आ गए हैं। राज्य के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने दोनों अधिकारियों से पूछा है कि वे भाजपा की सदस्यता कब ग्रहण कर रहे हैं।
यदि यह विज्ञापन मप्र शासन के मुख्य सचिव व अतिरिक्त मुख्य सचिव की सहमति से निकला है तो वे भाजपा की सदस्यता कब ग्रहण कर रहे हैं?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 18, 2022
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दरअसल, बीते दिनों अमित शाह के भोपाल दौरे से पहले भाजपा ने प्रदेश के तमाम अखबारों को विज्ञापनों से पाट दिया था। इसमें एक विज्ञापन ऐसा भी था जिसमें राज्य के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और प्रमुख सचिव मो सुलेमान का नाम बतौर सहयोगी छापा गया। यह विज्ञापन अधिकारियों के बीच चर्चा का विषय बना रहा। राज्य में पदस्थ अन्य आईएएस अधिकारी हैरान थे कि पार्टी विशेष को खुले तौर पर वे दोनों सहयोग कैसे कर सकते हैं?
सत्ताधारी दल के विज्ञापन में आईएएस अधिकारियों का नाम छपना न सिर्फ अनैतिक है, बल्की ये संवैधानिक मूल्यों का भी हनन है। हालांकि, मामले पर बवाल बढ़ने के बाद उन्हें गलती का एहसाह हुआ। लेकिन उन्होंने इसके लिए आधिकारिक रूप से क्षमा नहीं मांगी। बल्की बाद में विज्ञापन बनाने वाली एजेंसी ने इसे भूल बताया।
मध्या एडवरटाइजिंग ने एक भूल-सुधार जारी कर कहा कि गृह मंत्री अमित शाह की भोपाल यात्रा के दौरान एक बधाई विज्ञापन भाजपा के कार्यकर्ता नीरव प्रधान द्वारा 'पत्रिका' समाचार पत्र के भोपाल संस्करण में दिनांक 16 अक्टूबर, 2022 को मेरी एडवरटाइजिंग एजेन्सी 'मध्या' के मार्फत प्रकाशित कराया गया था। इसमें नीरव प्रधान द्वारा वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारियों के नाम प्रकाशित कराए गये, जिसमें अधिकारियों की सहमति नहीं थी। अतः वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारियों के नाम इस विज्ञापन के संबंध में नहीं समझे जायें।'