सरकार ने 24 घंटे में बदला आदेश, स्टॉकिस्ट के माध्यम से होगी रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई

15 अप्रैल को प्राइवेट अस्पतालों को इंजेक्शन आवंटित करने का अधिकार कलेक्टर को दिया गया था।

Updated: Apr 17, 2021, 06:36 AM IST

Photo courtesy: naiduniya
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भोपाल।  रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर मरीजों में हाहाकार मचा हुआ है। शिवराज सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति को लेकर 24 घंटे में अपना फैसला बदल दिया है। नए आदेश के मुताबिक अब स्टॉकिस्ट के माध्यम से रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई होगी। यह इंजेक्शन प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम को सप्लाई होगी। 

15 अप्रैल स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार पहले इंजेक्शन आवंटित करने का अधिकार कलेक्टर को दिया था, लेकिन इसे 24 घंटे के अंदर राज्य सरकार ने बदल दिया। नियंत्रण खाद्य एवं औषधि प्रशासन पी नरहरि ने जानकारी देते हुए कहा कि अब रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितरण स्टॉककिस्ट के माध्यम से प्राथमिक क्षेत्र अस्पतालों एवं नर्सिंग होम में सीधा रहेगा। ज़िला प्रशासन  स्टॉककिस्ट या अस्पतालों के लिए  आवंटन में नही लगेगा। जिला प्रशासन एवं संबंधित जिले का औषधि निरीक्षक यह जरूर सुनिश्चित करेगा कि इस इंजेक्शन का जिले के सभी प्राइवेट सेक्टर के अस्पतालों और नर्सिंग होम में ठीक से बंटवारा हो जाए।

उन्होंने बताया कि अस्पताल, नर्सिंग होम तथा स्टॉकिस्ट इस इंजेक्शन के वितरण का लेखा-जोखा जिला प्रशासन एवं औषधि निरीक्षक को देंगे। अस्पतालों में भर्ती मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन आसानी से मिल सके, इसके लिए अस्पतालों और संस्थानों में व्यवस्था की गई है।

सरकार ने दावा किया कि 16 अप्रैल को रेमडेसिविर इंजेक्शन के 9768 डोज की आपूर्ति हुई। इसमें से 480 सीएमएचओ जबलपुर, 500 एमजीएम मेडिकल कॉलेज इन्दौर, 500 रेडक्रॉस अस्पतालों एवं 8288 डोज प्राइवेट अस्पतालों के लिए प्रदेश भर में उपलब्ध कराई गई है। गौरतलब है कि सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की मध्य प्रदेश में सप्लाई के लिए 7 कंपनियों से टाइअप किया है। अब तक कुल 97 हजार 716 डेज मिल चुके हैं।