भोपाल: कोरोना की चपेट में आए BHEL के 200 कर्मचारी, विधायक कृष्णा गौर ने BHEL का संचालन बंद कराने के लिए कलेक्टर को लिखा पत्र

भेल में काम करने वाले करीब 12 कर्मचारियों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है, जिसमें आधे दर्जन युवा हैं

Updated: Apr 23, 2021, 04:51 AM IST

भोपाल। राजधानी में बढ़ते कोरोना के संक्रमण की चपेट में बीएचईएल (BHEL) के कर्मचारी भी आ गए हैं। लगभग 200 कर्मचारियों को कोरोना का संक्रमण हो गया है। भेल कारखाने के पास स्थित कस्तूरबा अस्पताल मरीजों से भरा पड़ा है। लिहाजा स्थानीय विधायक कृष्णा गौर ने भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया को इस संबंध में पत्र लिखा है और जल्द ही कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए इस कारखाने को बंद करने की मांग की है। 

बीजेपी विधायक कृष्णा गौर ने भोपाल कलेक्टर को अपने पत्र में लिखा है कि गोविंदपुरा स्थित भेल में लगभग 8000 कर्मचारी कार्यरत हैं। यह सभी कर्मचारी शहर के विभिन्न क्षेत्रों से कारखाने में काम करने के लिए आते हैं। कारखाने के लगभग 200 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इस वजह से पूरे शहर में कोरोना के अधिक फैलाव की आशंका है। 

गोविंदपुरा विधायक ने भोपाल कलेक्टर को लिखा है कि भेल में काम करने वाले कर्मचारियों के परिवार भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। कारखाने के नजदीक में स्थित कस्तूरबा अस्पताल मरीजों से भरा पड़ा है। अब तक कोरोना के संक्रमण ने भेल में काम करने वाले कुल 12 मरीजों की मौत हो चुकी है। जिसमें आधे दर्जन तो युवा हैं। विधायक ने कहा है कि इसके बावजूद कारखाने के प्रबंधन ने कारखाने को चालू रखा हुआ है। अगर जल्द ही इस रोका नहीं गया तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है।