प्रदेश में जारी है झमाझम बारिश का दौर, नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने से अलर्ट पर प्रशासन

मध्यप्रदेश पर मेहरबान है मॉनसून, एक जुलाई से कुल 423.6 मिमी हुई बरसात, औसत से 3% ज्यादा पहुंचा आंकड़ा, मौसम विभाग ने 4 संभागों और 9 जिलों में भारी बारिश के लिए जारी किया अलर्ट

Publish: Jul 30, 2021, 12:24 PM IST

Photo Courtesy: Times of India
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भोपाल। मध्यप्रदेश के जबलपुर, होशंगाबाद, हरदा, रायसेन, मंडला, नरसिंहपुर, खंडवा, डिंडोरी, आलीराजपुर,  देवास जैसे जिलों में हो रही लगातार बारिश से नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। अब नदियों के आसपास अलर्ट जारी कर दिया गया है। देवास के नेमावर में नर्मदा घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर जवानों की तैनाती कर दी गई है। नदियों का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ के हालत बनने की भी आशंका है।

नर्मदा नदी में किनारे बसे जिलों में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है, लोगों से अपील की जा रही है कि वे नदी और घाटों से दूर रहें। वहीं किसी भी आपातकाल की स्थिति से निपटने के लिए गोताखोरों को हर समय अलर्ट पर रहने के लिए कहा है। हाल ही में प्रदेश के कई जिलों में नदियों और बांधों में खतरे के निशान से उपर पानी बहने लगा है। रपटों और पुलों पर भी पानी भरने से आवागमन बाधित हो गया है। कई जिलों का आपस में संपर्क टूट चुका है।

मध्यप्रदेश में 1 जून से 30 जुलाई तक 423.6 मिमी बारिश हो चुकी है, जो की औसत से 3 प्रतिशत से ज्यादा है, ज्यादातर शहरों में जुलाई में बारिश का जुलाई का कोटा पूरा हो चुका है। बैतूल में 605, डिंडौरी में 609, सिंगरौली में 593 मिमी, बालाघाट में 508 मिमी, छिंदवाड़ा में 496.3 मिमी, जबलपुर में 397 मिमी, उमरिया में 514 मिमी, भोपाल में 496, भिंड में 454 मिमी, ग्वालियर 336 मिमी, गुना में 500 मिमी बारिश का आंकड़ा दर्ज किया गया है। जो की औसत से कहीं ज्यादा है।

वहीं वर्तमान में मालवा निमाड़ के धार, बड़वानी, खरगोन और इंदौर में बारिश का कोटा पूरा होना बाकी है। वहीं बालाघाट, टीकमगढ़, दमोह, पन्ना औऱ मुरैना में भी औसत से कम बारिश हुई है, लेकिन 23 जुलाई से जारी सिस्टम की वजह से इन जिलों के प्रतिशत में भी काफी सुधार हुआ है। मौसम विभाग द्वारा जारी आंकडों के अनुसार बीते 24 घंटे में प्रदेश में सबसे ज्यादा पचमढ़ी 45.0 मिमी बारिश दर्ज की गई है। श्योपुरकलां 40.0 मिमी, गुना 27.0,खजुराहो 26.0 मिमी, ग्वालियर 26.0 मिमी, सतना 22.0 मिमी, नौगांव 21.0 मिमी, दतिया 16.4 मिमी, होशंगाबाद 16.2 मिमी, रतलाम 14.0 मिमी, उमरिया 7.6 मिमी, भोपाल 7.0 मिमी, मंडला 7.0 मिमी, रायसेन 7.0 मिमी, जबलपुर 6.6 मिमी, नरसिंहपुर 6.0 मिमी, धार 5.3 मिमी, रीवा 5.2 मिमी, टीकमगढ़ 5.0 मिमी, खंडवा 5.0 मिमी, उज्जैन 3.6 मिमी, खरगोन 3.2 मिमी, मलंजखंड 3.0 मिमी, सागर 2.2 मिमी, छिंदवाड़ा 1.8 मिमी, इंदौर 1.1 मिमी, सिवनी 0.4 मिमी, बैतूल 0.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

इनदिनों एक लो प्रेशर एरिया झारखंड-पश्चिम बंगाल में कम दबाव का क्षेत्र बना है। जो की समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊँचाई तक तक फैला है, जो कि अगले 48 घंटों में बिहार-उत्तर प्रदेश की तरफ मूवमेंट करेगा।

इसी तरह दक्षिण-मध्य उत्तर प्रदेश में भी एक लो प्रेशर एरिया एक्टिव है। जिसकी वजह से आगामी 24 घंटों में कटनी, पन्ना, मंडला, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, मंदसौर, नीमच, रतलाम, बालाघाट और मंडला में भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने आरेंज अलर्ट जारी किया है। रीवा, शहडोल, ग्वालियर चंबल संभागों के जिलों में अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। भोपाल का मौसम सुहाना बना रहेगा।