हरदा में भारी बारिश,अजनाल नदी उफान पर, नर्मदापुरम-खंडवा हाइवे भी बंद, किसानों की खड़ी फसल भी डूबी
इस भारी बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को पहुंचा हैनदियां उफान पर आने से खेतों की सोयाबीन, मक्का फसलें जलमग्न हो गई। अजनाल, मटकुल, देदली, स्यानी, काली माचक, घोंघई नदी किनारे लगे सैकड़ों एकड़ की फसलों में पानी घुस गया।
हारदा। मध्य प्रदेश के हारदा में शुक्रवार रात करीब दस बजे से भारी वर्षा का दौर शुरू हुआ जो करीब एक घंटे जारी रहा। तेज हवा चली और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ीं। जिले में कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए,जिस कारण दर्जनों गांवों में रात से ही बिजली गुल है। शनिवार तड़के करीब चार बजे हरदा शहर से सटकर बहने वाली अजनाल नदी में उफान आ गया।
इस कारण नर्मदापुरम-खंडवा स्टेट हाइवे का पुल जलमग्न हो गया। इससे स्टेट हाइवे पर वाहनों के पहिए थम गए। पुल के दोनों ओर वाहनों की लंबाई कतार लग गई। पुल जलमग्न होने की सूचना के बाद सुरक्षा की दृष्टि से पुल किनारे पुलिस जवान की ड्यूटी लगाई गई। हालांकि जब तब जवान नहीं पहुंचे थे, तब कई लोग खतरा उठाकर जलमग्न पुल पार करते दिखे।
तेज हवा चलने से शहर में शासकीय कन्या विद्यालय के सामने लगे दो पेड़ गिर गए। सुबह इससे स्कूल जाने और मुख्य सड़क का आवागमन बंद हो गया। इसके बाद सुबह जेसीबी बुलाकर पेड़ों को हटाया गया, जिसके बाद आवागमन शुरू हो सका। पेड़ गिरने से बिजली की केबल भी टूट गई। इस कारण बिजली सप्लाई भी बाधित रही। इसके अलावा छीपाबड़ से मोरगढ़ी, छीपाबड़ से पहटकलां, नीमगांव से झाड़पा, छिड़गांव से पीपलघटा, टेमलाबाड़ी से प्रतापपुरा, हरदा से सामरधा सहित दर्जनों गांवों का सड़क संपर्क टूट गया।
किसानो को हुआ काफी नुकसान
नदियां उफान पर आने से खेतों की सोयाबीन, मक्का फसलें जलमग्न हो गई। अजनाल, मटकुल, देदली, स्यानी, काली माचक,घोंघई नदी किनारे लगे सैकड़ों एकड़ की फसलों में पानी घुस गया। जो खेत नदी किनारे हैं,उनकी पानी के बहाव में उपजाऊ मिट्टी भी बह गई।