नर्सिंग घोटाले के सूत्रधार आप नहीं तो और कौन है, कमलनाथ का सीएम शिवराज से सीधा सवाल

पहले तो शिवराज सरकार ने नर्सिंग कॉलेज में मान्यता देने, फैकल्टी की नियुक्ति करने, एडमिशन करने और डिग्री देने में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया और अब न्याय की मांग कर रहे छात्रों पर अत्याचार कर रही है: कमलनाथ

Updated: Sep 21, 2023, 09:12 AM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पूर्व मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई है। इसी बीच अब नर्सिंग घोटाला का मुद्दा भी तूल पकड़ता दिख रहा है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने मुख्यमंत्री से पूछा है कि नर्सिंग घोटाले के सूत्रधार आप नहीं तो कौन है?

कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार ने मध्य प्रदेश के नौजवानों का वर्तमान और भविष्य दोनों छीन लिए हैं। पहले तो शिवराज सरकार ने नर्सिंग कॉलेज में मान्यता देने, फैकल्टी की नियुक्ति करने, एडमिशन करने और डिग्री देने में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया और अब न्याय की मांग कर रहे छात्रों पर अत्याचार कर रही है।'

पीसीसी चीफ ने आगे लिखा, 'कल जबलपुर में पूरे प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों के छात्रों ने प्रदर्शन किया। अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे नर्सिंग छात्रों पर वाटर कैनन का उपयोग कर शिवराज सरकार ने अपना तानाशाही चेहरा उजागर कर दिया है। मैं शिवराज जी से पूछना चाहता हूं कि सजा फरियादी को मिलनी चाहिए या अपराधी को? असली अपराधी तो आप हैं।'

कमलनाथ ने सीएम चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'आप जिन छात्रों पर वाटर कैनन चला रहे हैं, वह तो पीड़ित हैं। आपने फर्जी कॉलेजों को मान्यता दी और उससे नर्सिंग घोटाला हुआ। 3 साल से परीक्षाएं न होने से छात्र परेशान हो रहे हैं और अपने भविष्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के छात्र आपसे पूछ रहे हैं कि आपको इस अपराध के लिए क्या दंड दिया जाए? वे जानना चाहते हैं।'

कमलनाथ ने सीएम चौहान से पूछा, 'नर्सिंग घोटाले के सूत्रधार आप नहीं तो और कौन है? अगर आप सूत्रधार नहीं हैं तो आपने आज तक संबंधित विभाग के मंत्री से इस्तीफा क्यों नहीं लिया? अगर आप सूत्रधार नहीं है तो आखिर कैसे 100 से अधिक नर्सिंग कॉलेज को गलत तरीके से मान्यता मिल गई? अगर आप सूत्रधार नहीं है तो हाई कोर्ट से सख्त फैसला आने के बावजूद आपने आज तक कोई बड़ी कार्यवाही क्यों नहीं की? नर्सिंग घोटाले में आपका भ्रष्टाचार का रेट कार्ड क्या था? शिवराज जी याद रखिए कि इन छात्रों के साथ आपने जो अन्याय और भ्रष्टाचार किया है, उसका हिसाब बहुत जल्द मध्य प्रदेश की जनता करने वाली है।'