मध्य प्रदेश में सरकार नहीं कंपनी चल रही है, सिंधिया इस कंपनी के नए शेयर होल्डर हैं: दिग्विजय सिंह

ड्रग माफिया, माइनिंग माफिया, पीडीएस माफिया और अब अवैध बेटिंग माफिया भी मध्य प्रदेश में सक्रिय हो गया है, माफियाओं का व्यवसाय दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है, जबलपुर में बोले दिग्विजय सिंह

Updated: May 15, 2023, 10:23 PM IST

जबलपुर। कार्यक्रताओं से संवाद कार्यक्रम की लगातार चल रही कड़ी में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सोमवार को जबलपुर पहुंचे। यहां मंडल सेक्टर कार्यकर्ताओं से संवाद के बाद उन्होंने जबलपुर के प्रेस को संबोधित करते हुए शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा। पूर्व सीएम ने कहा कि ऐसा लगता है कि मध्य प्रदेश में कंपनी सरकार चल रही है और सिंधिया इस कंपनी के नए शेयर होल्डर हैं।

 अपनी बात मजबूती से रखते हुए उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि, 'शिवराज सरकार शासन नहीं चला रही है, निजी व्यवसाय कर रही है। यह निजी व्यवसाय किन लोगों का है? पार्टनरशिप कम्पनी किसकी है? यह कंपनी सीएम शिवराज और भाजपा मंत्रियों की है। इस कंपनी में कुछ नए शेयर होल्डर्स भी आ गए हैं जिन्हें महाराज भाजपा कहा जाता है। दलाल किस्म के भाजपा नेता, शिवराज कैबिनेट और नियमों के विरुद्ध भाजपा को समर्थन करने वाले अधिकारी-कर्मचारी... इनकी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी प्रदेश में व्यवसाय की तरह सरकार चला रही है।'

सिंह ने कहा, ' मध्य प्रदेश में रेत का ठेका भाजपा के पास, माइनिंग भाजपा के पास, जबलपुर के पनागर के विधायक इंदु तिवारी का पीडीएस का पूरा व्यवसाय, गरीबों को मिलने वाला अनाज 50 से 60 प्रतिशत बाजार में बिक रहा है। एक शब्द उसके बारे में न तो मीडिया छाप रहा है न कोई उनके बारे में कुछ कहा रहा है। खुरई के भूपेंद्र सिंह, सुरखी के महाराज भाजपा के गोविन्द सिंह, गढ़ाकोटा में मंत्री जिस प्रकार से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कर रहे हैं वह गलत है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरुद्ध झूठे केस बनाए जा रहे हैं, मकान तोड़े जा रहे हैं, जेल भेजा जा रहा है।'

सिंह ने आगे कहा, 'सिहोरा के आदिवासी सरपंच ने कल मुझे बताया कि उन्हें जबरदस्ती जेल भेज दिया। उन्हें चार दिन सेंट्रल जेल में रहना पड़ा। मैं दावे के साथ इस बात को कह सकता हूं कि 10 साल के हमारे कार्यकाल में यानी 1993 से 2003 के बीच एक भी भाजपा का नेता नहीं कह सकता कि मैंने उसके साथ अन्याय या अत्याचार या किसी झूठे केस में किसी को फंसाया हो।' पूर्व सीएम ने कहा, 'आज पूरे प्रदेश में ड्रग माफिया, माइनिंग माफिया, पीडीएस माफिया और अब अवैध बेटिंग माफिया भी सक्रिय हो गया है। अवैध बेटिंग के दो प्रमुख केंद्र बन गए हैं। एक दतिया और दूसरा कटनी। कटनी के बेटिंग माफिया का व्यवसाय दिन दोगुनी, रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। दुबई से काम चल रहा है, गुजरात की पुलिस ढूंढ रही है। छत्तीसगढ़ की पुलिस ने पकड़ भी लिया है, लेकिन मध्य प्रदेश की पुलिस शांत है, उनका भी हिस्सा है क्या?'

सिंह ने कहा, 'कटनी के एसपी से मैं पूछना चाहता हूं, इल-लीगल (गैरकानूनी) बेटिंग के मामले में क्या गुजरात पुलिस से उनके पास कोई सूचना आई है? अगर आई है तो अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? क्या आपका भी उस गैरकानूनी बेटिंग में कोई हिस्सा है?' पूर्व सीएम ने कहा, ' प्रदेश का मुख्यमंत्री नाटक नौटंकी के अलावा कुछ करते ही नहीं हैं। कहीं ढोल बजाएंगे, कही नाचेंगे, कहीं बच्चों को गोद में उठा लेंगे। उन्हें 20 साल तक बहनों की याद नहीं आयी, चुनाव आया तो लाडली बहना की याद आ गई।'

दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, 'खंडवा के भाजपा सांसद खुलेआम कह रहे हैं कि भाजपा को वोट दो तो 1000 रू प्रति माह मिलते रहेंगे। वह स्पष्टतौर पर कानून का उलंघन कर रहे हैं। उन पर केस दर्ज क्यों नहीं किया गया? उनपर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। इस देश के प्रधानमंत्री खुलेआम कह रहे हैं कि बजरंग बलि का नाम लेकर बटन दबाओ। क्या यह मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट का उल्लंघन नहीं है? क्या यह रीप्रजेंटेशन ऑफ़ पीपुल्स एक्ट का उल्लंघन नहीं है? मैं चुनाव आयोग से पूछना चाहता हूं कि जब खुलेआम पीएम मोदी बजरंग बलि के नाम से बोट मांग रहे हैं तो आपने उनको नोटिस क्यों नहीं दिया? उनपर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?'

सिंह ने आगे कहा, 'देश में कानून का राज नहीं चल रहा है। मुझे इस बात का दुःख है कि जिस चुनाव आयोग से हम निष्पक्षता की उम्मीद करते हैं वो सोनिया जी को नोटिस भेज रहा है लेकिन प्रधानमंत्री से कोई सवाल नहीं कर रहा है। क्या प्रधानमंत्री पर कानून लागू नहीं होता? नोटिस तो दीजिए, जवाब तो मांगिए कि क्या प्रधानमंत्री मोदी आज इस देश के संविधान, नियम और कानून के ऊपर हो गए हैं? शर्म आनी चाहिए इन सभी संवैधानिक संस्थानों को जो इस प्रकार का व्यवहार कर रहे हैं।'

सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, 'शिवराज सरकार में जितनी उपेक्षा जबलपुर की हुई है किसी भी शासन में नहीं हुई है। अरे यहां एक मंत्री तक नहीं है? सागर से 3-3 मंत्री और यहाँ से कैबिनेट सूखा। भाजपा के विधायकों को इस उपेश्रा पर तो इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं कल सिहोरा में था जो मैं 2003 में शिलान्यास कर गया था उसके अलावा आज एक भी काम वहां नहीं हुआ। रीवा में आकर मुख्यमंत्री मोदी जी के सामने कह रहे हैं कि हमने किसानों की आय दोगुनी कर दी। एमपी का एक किसान बता दीजिए, जो कह दे कि मेरी आमदनी दोगुनी हो गई? 

सिंह ने सीएम पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, 'अभी दीपक जोशी, कैलाश जोशी के सुपुत्र ने बड़े मौलिक प्रश्न पूछे हैं कि शिवराज जी जब आप हमीदिया कॉलेज में पढ़ते थे तो आपके भोजन की और वस्त्रों की व्यवस्था हम लोग करते थे। अब आपने चुनाव के समय जो वेल्थ स्टेटमेंट दिया है उसमें आपके साढ़े 9 करोड़ की संपत्ति का जिक्र है। यह बताइए साढ़े 9 करोड़ आए कहां से? क्या डम्पर कांड से आए? व्यापम से आए? ई टेंडरिंग से आए? कहां से आए? कलेक्टरों से पोस्टिंग का पैसा लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री निवास से फ़ोन जाता है कौन सी पोस्टिंग चाहिए बताओ, मेन्यू कार्ड लगा हुआ है।'

सिंह ने कहा, 'इतना भ्रष्टाचार हमने अपने जीवनकाल में नहीं देखा। 10 साल तक एक भी जिला कलेक्टर या प्रशासकीय अधिकारी कह दे कि दिग्विजय सिंह ने कलेक्टर एसपी या किसी बड़े अधिकारी से ट्रांसफर या पोस्टिंग में पैसा लिया हो। क्या हो रहा है यह और आप सब लोग चुप बैठे हैं, साप सूंघ गया मीडिया को इतना क्या दब रहे हो, विज्ञापन तो मिलेंगे, मिलते रहेंगे आपको क्या मिल रहा है।'