जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में 4 छात्र आपसी टकराव में घायल, 16 छात्र निलंबित

मेडिकल कॉलेज के काउंसिल समिति ने सात सदस्यों की जांच कमेटी का गठन किया, निलंबित हुए छात्रों के अभिभावकों को कॉलेज ने मिलने बुलाया है

Updated: Jan 24, 2021, 12:33 PM IST

Photo Courtesy : News Click
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जबलपुर। जबलपुर के एक मेडिकल कॉलेज के छात्रों के बीच आपसी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। इस दौरान छात्रों ने कॉलेज के हॉस्टल में जमकर उपद्रव मचाया। यह सारी घटना उस दौरान हुई जब कॉलेज के छात्र पार्टी कर रहे थे। छात्रों की आपसी भिड़ंत में चार छात्र गंभीर रूप से घायल हैं, उन्हें देर रात कैजुअल्टी में भर्ती किया गया। पूरे मामले में कॉलेज ने 16 छात्रों को निलंबित किया है। मामले की जांच करने के लिए सात सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है। जबकि निलंबित छात्रों के अभिभावकों कॉलेज में मिलने बुलाया गया है। 

दरअसल यह सारा मामला जबलपुर के सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज का है। शनिवार देर रात सुभाष चंद्र बोस कॉलेज के हॉस्टल में MBBS फर्स्ट ईयर के छात्र पार्टी कर रहे थे। आरोप है कि वहां कुछ छात्र खाने, गाने, बजाने के साथ-साथ शराब का सेवन भी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इस पार्टी के दौरान ही नशे में धुत छात्रों के समूह के बीच किसी बात को लेकर कहा सुनी हुई हो गई। बात बढ़ते-बढ़ते मारपीट तक जा पहुंची।

इस आपसी झगड़े में छात्रों की पार्टी तो समाप्त हो गई, लेकिन हॉस्टल वॉर नहीं थमा। हॉस्टल नंबर एक और दो के छात्रों ने हॉस्टल नंबर तीन पर धावा बोल दिया। हॉस्टल की पार्किंग में खड़े दो पहिया वाहनों में तोड़फोड़ की। इसके बाद छात्रों ने हॉस्टल नंबर तीन के भीतर घुसकर उपद्रव मचाया। छात्रों ने हॉस्टल के बाथरूम व शौचालय में जमकर तोड़फोड़ की। आरोप है कि हॉस्टल नंबर तीन के छात्रों ने जब इसका विरोध किया तो उपद्रवी छात्रों ने उनके साथ मारपीट की। इस उत्पात में चार छात्र चोटिल हो गए। छात्रों को कैजुअल्टी में भर्ती किया गया।  

पूरे उपद्रव की खबर जब कॉलेज प्रशासन को लगी तो तोड़फोड़ में शामिल 16 छात्रों को कॉलेज प्रशासन ने निलंबित कर दिया। इसके साथ ही कॉलेज प्रशासन ने निलंबित छात्रों के अभिभावकों को तीन दिन के भीतर कॉलेज आने के लिए कहा है। कॉलेज प्रशासन ने निलंबित छात्रों के अभिभावकों को फोन के ज़रिए इस पूरे घटनाक्रम की सूचना दी है।

कॉलेज प्रशासन ने तोड़फोड़ में हुए नुकसान की भरपाई छात्रों से करने का फैसला किया है। छात्रों से नुकसान का दोगुना जुर्माना वसूलने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ-साथ कॉलेज के डीन पीके कसार ने मामले की जांच करने के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन भी कर दिया है। जांच समिति को तीन दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया गया है।  

पुलिस में नहीं हुई है अब तक शिकायत

इस पूरे प्रकरण की पुलिस में अब तक शिकायत दर्ज नहीं हुई है। गढ़ा थाना के टीआई का कहना है कि शनिवार देर रात हिंसा की सूचना मिलने पर पुलिस जब तक मेडिकल पहुंची तब तक सारा विवाद समाप्त हो चुका था। लिहाज़ा इसके बाद घायल छात्रों - शुभम डाबर, मोहित सोनी, अंकित जाट व राहुल अहिरवार के बयान दर्ज किए। छात्रों ने कहा था कि वे रविवार को थाने में आकर एफआईआर दर्ज करेंगे, लेकिन रविवार दोपहर तक घायल छात्र एफआईआर दर्ज कराने थाने नहीं पहुंचे थे।