इंवेट के बजाय किसानों का दर्द समझें सीएम, मुआवजा मिलने में हो रही देरी पर कमल नाथ का वार

कमल नाथ ने कहा कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान को पखवाड़ा बीतने को है लेकिन किसानों को मुआवजा तो दूर उनके नुकसान का सर्वे तक नहीं हुआ है

Publish: Apr 12, 2023, 01:02 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान को लेकर शिवराज सरकार के उदासीन रवैए पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सीएम शिवराज पर हमला बोला है। पीसीसी चीफ ने सीएम को जनता के पैसे से इवेंट करने के बजाय किसानों का दर्द दूर करने की सलाह दी है। कमल नाथ ने किसानों को मुआवजा मिलने में हो रही देरी पर सवाल उठाया है। 

कमल नाथ ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश के कई इलाकों में अतिवृष्टि और ओलावृष्टि को एक पखवाड़े से अधिक का समय हो चुका है और कुछ क्षेत्रों में अभी हाल ही में ओलावृष्टि हुई है। लेकिन किसानों को उचित मुआवजा देना तो दूर अब तक फसल को हुए नुकसान का सर्वेक्षण कार्य भी नहीं किया गया है।

कमल नाथ ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निवेदन करता हूं कि पूरे प्रदेश में जनता के पैसे से पार्टी की इवेंट करने के बजाए वे पीड़ित किसानों का दर्द समझें। हम सबने देखा कि किस तरह ओलावृष्टि से बहुत सी जगहों पर खेत बर्फ के मैदान जैसे दिखाई दे रहे थे। जो नुकसान सबको साफ दिखाई दे रहा है, उसका मुआवजा देने के लिए सर्वेक्षण और लालफीताशाही का बहाना बनाना पूरी तरह से किसान विरोधी और किसानों का उत्पीड़न करने वाली बात है।मुख्यमंत्री जी अविलंब पीड़ित किसानों को मुआवजा प्रदान करें।

मध्य प्रदेश में बीते दिनों कई ज़िले ओलावृष्टि से प्रभावित रहे। ओलावृष्टि से बड़ी संख्या में किसानों की फसलें नष्ट हो गईं। ऐसे में किसान राज्य सरकार द्वारा मुआवजे की आस लगाए बैठे हैं। प्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव भी होने हैं। खुद पूर्व सीएम कमल नाथ सार्वजनिक मंचों से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर किसानों के हित में कई कदम उठाने का ऐलान कर चुके हैं।