इंदौर के मृतकों को कमल नाथ के आवास पर दी गई श्रद्धांजलि, शनिवार को पीड़ित परिजनों से मिलेंगे पीसीसी चीफ

इंदौर के बालेश्वर झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे में 36 लोगों की मौत हुई है, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पर गैर इरादातन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है

Updated: Mar 31, 2023, 04:45 PM IST

भोपाल। राम नवमी के अवसर पर इंदौर में हुए दर्दनाक हादसे ने प्रदेश सहित देश भर में सदमे का असर छोड़ा है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ के आवास पर आज मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। पीसीसी चीफ समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने मृतकों को याद करते हुए मौन रखा।

कमल नाथ शनिवार को खुद पीड़ित परिजनों से इंदौर पहुंच कर मुलाकात करने वाले हैं। कमल नाथ ने कहा है कि इस दुख की घड़ी में समस्त कांग्रेस परिवार पीड़ित परिजनों के साथ है। साथ ही कमल नाथ ने शिवराज सरकार से ऐसी दुर्घटना को आगे घटित होने से रोकने के लिए पर्याप्त व्यस्था सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है। 

कमल नाथ ने कहा कि इंदौर के मंदिर हादसे में अब तक 36 लोगों की मृत्यु होने का अत्यंत पीड़ादायक समाचार सामने आ चुका है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि सभी दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दें। दुख की इस घड़ी में पूरा कांग्रेस परिवार पीड़ित परिवारों के साथ है।

कमल नाथ ने प्रदेश में लगातार घटित हो रही दुर्घटना के प्रति शिवराज सरकार के उदासीन रवैए पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह अत्यंत चिंता का विषय है कि प्रदेश में पिछले कुछ समय में लगातार किसी न किसी दुर्घटना में श्रद्धालुओं की मृत्यु होने की घटनाएं हो रही हैं। यह इस बात की तरफ इशारा करता है कि धार्मिक आयोजनों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सरकार और प्रशासन का रवैया उदासीन है।

कमल नाथ ने सीएम से इस मामले की विस्तृत जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि लगातार हो रही इन दुर्घटनाओं की विस्तृत जांच कराएं तथा इस बात का पता लगाएं कि लगातार धार्मिक आयोजनों में हो रही इस तरह की घटनाओं के पीछे कौन सी लापरवाही है, अगर गलतियों को पहचान लिया जाएगा तो हम आगे से इस तरह की दुर्घटनाओं से काफी हद तक बचाव के रास्ते खोज सकते हैं।

गुरुवार को इंदौर के बालेश्वर झूलेलाल मंदिर में श्रद्धालु बावड़ी की छत पर हवन कर रहे थे। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि छत के नीचे कुआं है। अधिक लोग होने की वजह से बावड़ी की छत धंस गई और करीब 50 श्रद्धालु 40 फीट गहरे गड्ढे में गिर गए। श्रद्धालुओं के बावड़ी में गिरते ही मौके पर हड़कंप मच गया। श्रद्धालुओं को गड्ढे से निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसे शुक्रवार की सभा रोका गया। लेकिन तब तक 36 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी थी। 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज इंदौर में पीड़ित परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे थे लेकिन उन्हें पुरजोर विरोध का सामना करना पड़ा। इस मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और पूर्व बीजेपी पार्षद सेवाराम गलानी सहित तीन लोगों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।