अब कैलाश विजयवर्गीय ने पोस्ट किया फेक वीडियो, दिग्विजय सिंह बोले- क्यों न शिवराज आपके खिलाफ FIR करें
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तेलंगाना का एक वीडियो खरगोन का बताकर पोस्ट किया है, ऐसे हीं एक ट्वीट को लेकर दिग्विजय सिंह के खिलाफ दो दिन में चार मुकदमे हो चुके हैं
भोपाल। मध्य प्रदेश के खरगोन में हुए साम्प्रदायिक तनाव को लेकर सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के डिलीटेड ट्वीट की घोर निंदा करने के बाद अब बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक फेक वीडियो पोस्ट किया है। विजयवर्गीय ने इसके साथ भड़काऊ कैप्शन भी पोस्ट किए हैं। विपक्षी दल कांग्रेस ने अब बीजेपी नेता के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है।
दरअसल, विजयवर्गीय ने तेलंगाना के एक वीडियो को खरगोन का बताकर पोस्ट किया है। यह वीडियो करीब तीन साल पुराना है मध्य प्रदेश से इसका कोई लेना देना नहीं है। बावजूद इसे पोस्ट करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा कि, 'ये हैं खरगोन में चचाजान दिग्विजय सिंह के शांतिदूत। पुलिस इन पर कार्रवाई न करे तो क्या करे?? आस्तीन के साँप कोई भी हों फन कुचलना जरूरी है।'
ये हैं खरगोन में चचाजान @digvijaya_28 के शांतिदूत
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) April 14, 2022
पुलिस इन पर कार्यवाही न करे तो क्या करे??
आस्तीन के साँप कोई भी हों फन कुचलना जरूरी है। pic.twitter.com/ibK0sOHVHO
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'कैलाश जी आपने जो विडियो डाला है वह ख़रगोन का नहीं है। जिस भाषा का उपयोग आपने किया है वह भड़काने वाली है। क्यों ना शिवराज जी व नरोत्तम जी जो कि आपके “ख़ास” शुभचिंतक हैं, आपके ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर करे? मैं नहीं करूँगा क्योंकि मैं जानता हूँ, आपके आजकल “अच्छे दिन” नहीं चल रहे हैं।' कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि झूठे वीडियो के आधार पर विजयवर्गीय पर भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए। यह सद्भाव बिगाड़ने का कृत्य है।'
क्यों ना शिवराज जी व नरोत्तम जी जो कि आपके “ख़ास” शुभचिंतक हैं, आपके ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर करे?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 14, 2022
मैं नहीं करूँगा क्योंकि मैं जानता हूँ, आपके आजकल “अच्छे दिन” नहीं चल रहे हैं।
2/n @KailashOnline
बता दें कि जब दिग्विजय सिंह ने भूलवश गलत तस्वीर पोस्ट की थी तो विजयवर्गीय ने उसे अपराध बताया था। भाजपा नेता ने कहा था कि, 'दिग्विजय सिंह 10 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं और वह इस तरह की अफवाह फैला रहे हैं, यह निश्चित ही अपराध है। मैं इसकी घोर निंदा करता हूँ।' लेकिन अब स्वयं फेक वीडियो ट्वीट करते पकड़े जाने पर उन्होंने चुप्पी साध ली है। बहरहाल, अब देखना होगा कि क्या इस मामले में भी पुलिस उतनी ही तत्परता से कार्रवाई करती है? गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज ही बयान दिया है कि फेक वीडियो ट्वीट करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।