शराब दुकानों पर नरोत्तम की हां, उमा की ना, दोनों की खींचतान में बंटी बीजेपी

नरोत्तम मिश्रा कर रहे ज्यादा से ज्यादा शराब दुकानें खोलने की वकालत, उमा भारती बोलीं- संस्कारशील परिवार से आते हैं नरोत्तम मिश्रा, शिवराज में शराबबंदी का साहस

Updated: Jan 22, 2021, 11:47 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में इस समय नई शराब दुकानें खोले जाने को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। शराब को लेकर अब बीजेपी स्पष्ट रूप से दो खेमों में बंटती दिख रही है। राज्य की पूर्व सीएम उमा भारती ने आज फिर शराबबंदी की वकालत की है। उमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को संस्कारशील घर वाला बताया है। जबकि नरोत्तम मिश्रा खुलकर शराब की दुकानें बढ़ाने की वकालत कर रहे हैं। उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद तो अब तक कोई फैसला नहीं होने की बात करते हैं, लेकिन उनकी सरकार के आबकारी कमिश्नर नई दुकाने खुलवाने के लिए कलेक्टरों को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दे रहे हैं। शराब पर बीजेपी और उसकी सरकार के भीतर मची इस खींचतान ने विपक्ष को निशाना साधने का मौका दे दिया है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर इसे पूरे घटनाक्रम पर करारा तंज कसा है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, 'गृह मंत्री - प्रदेश में शराब की दुकान बढ़ाओ। शिवराज जी- अभी फ़ैसला नहीं हुआ। उमा भारती - शराब बंदी हो। आबकारी आयुक्त - कलेक्टर प्रस्ताव दे। आबकारी मंत्री - ग़ायब व मौन ? कितनी संवादहीनता ? एक पार्टी में अलग-अलग सुर ? शराब पर बँटी भाजपा।' 

दरअसल, बीते दिनों मध्य प्रदेश में जहरीली शराब पीने से 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद बीजेपी सरकार को चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इसी बीच गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दे दिया कि राज्य के लोगों को नकली शराब से बचाने के लिए राज्य में ज्यादा से ज्यादा शराब  की दुकानें खोलनी चाहिए। मिश्रा के इस बयान पर जमकर किरकिरी हुई और विवाद बढ़ता देख खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान  को डैमेज कंट्रोल के लिए आना पड़ा। शिवराज ने कहा कि अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं हुआ है।

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सीएम के इस बयान के बाद कल पूर्व सीएम उमा भारती सामने आई। उमा ने शिवराज के इस बयान का स्वागत किया। इतना ही नहीं उमा ने राज्य में शराबबंदी लागू करने की मांग कर दी। लेकिन इस विवाद में एक नया मोड़ तब आ गया, जब गुरुवार को ही राज्य के आबकारी आयुक्त द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर्स को चिट्ठी लिखे जाने की बात सामने आई। इस चिट्ठी में कलेक्टर्स से कहा गया है कि वे अपने इलाके में शराब की नई दुकानें खोलने के लिए प्रस्ताव भेजें। उन ग्रामीण इलाकों के लिए तो अनिवार्य रूप से प्रस्ताव भेजने को कहा गया है जहां अब तक शराब की दुकानें नहीं हैं।

आबकारी आयुक्त के इस पत्र ने साफ कर दिया है कि मध्य प्रदेश सरकार सभी गांवों में शराब का ठेका खोलने की तैयारी में है। लेकिन इससे बीजेपी की कद्दावर नेता उमा भारती नाराज हो गईं। उमा ने आज फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और पूर्ण शराबबंदी लागू करने की मांग को फिर से दोहरा दिया। उन्होंने इस दौरान कहा कि नरोत्तम मिश्रा संस्कारशील घर परिवार से हैं। साथ ही उमा भारती ने यह भरोसा भी जाहिर किया कि शिवराज शराबबंदी कानून लागू करेंगे। उन्होंने कहा, 'सीएम शिवराज में साहस है वे शराबबंदी को लागू करेंगे।'