नाबालिग से गैंगरेप मामले में BJP जिलाध्यक्ष को बचा रही है पुलिस, कांग्रेस का गंभीर आरोप

भोपाल में नाबालिग बच्ची के साथ हुआ था गैंगरेप, कांग्रेस का दावा- ASP का ट्रांसफर रुकवाने भोपाल पहुंचे, मंत्री से मिले, फिर नाबालिग का गैंगरेप किया

Updated: Sep 09, 2021, 10:19 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नाबालिग लड़की से गैंगरेप का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कई खुलासे किए हैं। कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी नेताओं का गुट ASP का ट्रांसफर रुकवाने भोपाल आया था। कांग्रेस का यह भी दावा है कि इस जघन्य अपराध में बीजेपी के डिंडौरी जिलाध्यक्ष भी शामिल थे, लेकिन सरकार के दबाव में आकर पुलिस ने उनका नाम एफआईआर से हटाया है।

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कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा के मुताबिक जिस कमरे में नाबालिग के साथ सामुहिक बलात्कार किया गया वह डिंडौरी बीजेपी जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत के नाम पर बुक था। केके मिश्रा ने इस गैंगरेप का पांचवा आरोपी शहपुरा का बीजेपी मंडल अध्यक्ष सुशील रॉय को बताया है। मिश्रा के मुताबिक ये सभी लोग डिंडौरी से भोपाल एडिशनल एसपी विवेक कुमार आर्य का ट्रांसफर रुकवाने के लिए आए थे। 

कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूज ने होटल के सीसीटीवी कैमरों की जांच की मांग की है। सलूजा का आरोप है कि होटल के कमरे में बीजेपी के कई बड़े नेता आए थे, जिन्हें बचाने के प्रयास हो रहे है। वहीं, डिंडौरी कांग्रेस नेता अमित गुप्ता का दावा है कि बीजेपी जिलाध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के करीबी हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि शायद इस वजह से पुलिस उन्हें बचा रही है। गुप्ता के मुताबिक डिंडौरी में इस बात की चर्चाएं हैं कि जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत ने ASP से ट्रांसफर रुकवाने के बदले में लाखों रुपए लिए थे।

बहरहाल इस पूरे मामले में बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हम समवेत ने इस मामले में जब डिंडौरी जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत को फोन किया तो उन्होंने कॉल नहीं उठाया और अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। वहीं, मंडल अध्यक्ष सुशील रॉय ने हम समवेत से बातचीत के दौरान कहा कि इस गैंगरेप में मेरी कोई संलिप्तता नहीं है। उन्होंने कहा कि कोई किसी के साथ कहीं जाने से आरोपी नहीं हो जाता है। मैं अपने काम से भोपाल गया था, लेकिन बाकी लोग वहां क्या कर रहे थे, इस बात की मुझे कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, रॉय ने इस बारे में कुछ भी नहीं बताया कि वे एक ही होटल में रुके थे या नहीं।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, हरियाणा की रहने वाली एक 17 वर्षीय किशोरी मुंबई जाने के लिए घर से भागकर मथुरा आई थी। यहां से इंदौर जान के क्रम में उसकी मुलाकात भोपाल की पारुल राठौर से हुई। पारुल ने उसे काम दिलाने का झांसा देकर अपने साथ रहने के लिए तैयार कर लिया। पारुल अपनी सहेली सीमा और एक अन्य परिचित सैफ की मदद से किशोरी को 18 अगस्त की रात एमपी नगर स्थित एक होटल में लेकर गई।

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पीड़िता के मुताबिक होटल में तीन अनजान अधेड़ उम्र के लोगों ने उसके साथ सामुहिक बलात्कार किया। पीड़िता ने 19 अगस्त को अशोका गार्डन थाने में पारुल, सीमा और सैफ के खिलाफ शिकायत की। अशोका गार्डन पुलिस ने डिंडौरी बीजेपी जिला कार्यालय मंत्री मनीष नायक, जेडीयू जिलाध्यक्ष दिनेश अवधिया और पेट्रोल पंप संचालक अमित सोनी को डिंडौरी जाकर गिरफ्तार किया। फिलहाल पुलिस इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। 

बुधवार को यह हाईप्रोफाइल मामला सामने आने के बाद ही प्रदेश की राजनीति गरमा गई थी। कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं के चरित्र पर गंभीर सवाल खड़े किए थे। लेकिन अब जो जानकारी सामने आ रही है, वह हैरान करने वाली है।