ग्वालियर: कट्टरपंथियों ने बापू की हत्या में शामिल परचुरे की मनाई पुण्यतिथि, हत्यारे गोडसे की हुई पूजा

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में महात्मा गांधी की हत्या में शामिल दत्तात्रेय सदाशिव परचुरे की पुण्यतिथि मनाई गई, पूर्व से जानकारी होने के बावजूद पुलिस ने नहीं रोका

Updated: Dec 31, 2021, 12:07 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में प्रशासन ने कट्टरपंथियों को पूरी छूट दे रखी है। इसका नतीजा है कि आए दिन यहां बापू के हत्यारों की पूजा अर्चना की जाती है। शुक्रवार को यहां एक बार फिर कट्टरपंथी हिंदू संगठन ने बापू के हत्यारों की शान में नारेबाजी की। इस कार्यक्रम की पूर्व से जानकारी होने के बावजूद प्रशासन ने कोई एक्शन नहीं लिया।

कट्टरपंथियों के मुताबिक 31 दिसंबर को दत्तात्रेय सदाशिव परचुरे की पुण्यतिथि है। परचुरे वही व्यक्ति है जिसने ग्वालियर स्थित अपने घर में नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे को शरण दी थी। परचुरे ने ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे को बैरेटा पिस्टल उपलब्ध कराई थी। बापू की हत्या का षड्यंत्र रचने के लिए परचुरे को आजीवन कारावास की सजा मिली थी। 

जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम के लिए अंबाला की जेल से मिट्टी लाई गई थी जिससे बापू के तीनों हत्यारों की तस्वीर का अभिषेक किया गया। इसके बाद हत्यारों की पूजा-अर्चना कर आरती उतारी गई। इस दौरान वहां मौजूद दर्जनों की संख्या में लोगों ने बापू के हत्यारों के अमर होने के जयकारे लगाए। साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संबंध में जहर भी उगला गया।

खास बात यह है कि इस कार्यक्रम की जानकारी पुलिस प्रशासन को पहले से ही थी बावजूद इसे रोकने का कोई प्रयास नहीं किया गया। कट्टरपंथियों ने कल ही बीच चौराहे से ऐलान किया था हत्यारों की पुण्य तिथि मनाई जाएगी और चेतावनी देते हुए कहा था कि रोक सको तो रोक कर दिखाओ। ऐसे में स्पष्ट है कि इन लोगों को प्रशासन का भी मूक समर्थन प्राप्त है।