MP में बंद होंगे सभी अहाते, बार में बैठकर भी नहीं पी सकेंगे शराब, नई शराब नीति में दिखा उमा का विरोध

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में रविवार को हुई कैबिनेट बैठक में आबकारी नीति 2023 को दी गई मंजूरी। अब शराब दुकानों पर बैठकर नहीं पी जा सकेगी शराब।

Updated: Feb 20, 2023, 03:49 AM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में रविवार को हुई कैबिनेट बैठक में नई आबकारी नीति को स्वीकृति दे दी गई है। नई शराब नीति में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के विरोध के बाद शिवराज सरकार सरेंडर दिखी। राज्य सरकार ने आबकारी नीति 2023 के तहत प्रदेश के सभी अहाते और शॉप बार बंद करने का निर्णय लिया है।

कैबिनेट की बैठक के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि शराब को हतोत्साहित करने की दिशा में मुख्यमंत्री जी लगातार आगे बढ़ रहै है। गृहमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी शराब के अहाते बंद किये जा रहे हैं। सभी शॉप बार बंद किए जा रहे हैं। मदिरा दुकानों में बैठ कर पीने की अनुमति नहीं होगी। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने के प्रावधान कड़े किए जा रहे हैं।

गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि साल 2010 से प्रदेश में आज तक नई शराब दुकान नहीं खोली गई, बल्कि शराब दुकानें बंद ही की गई हैं। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान 64 दुकानें बंद की गई थीं।
उन्होंने बताया कि नई शराब नीति के तहत ये भी तय किया गया कि अब धार्मिक और शैक्षणिक संस्थाओं, गर्ल्स स्कूल, गर्ल्स कॉलेज, हॉस्टल से 100 मीटर के दायरे में शराब दुकानें संचालित नहीं होगी। पहले यह दूरी 50 मीटर थी जिसे बढ़ाकर 100 मीटर किया गया है।

बता दें कि पिछले काफी समय से पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराब नीति में संशोधन को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही थी। उन्होंने भोपाल में शराब दुकान पर पत्थर फेंका था। कुछ दिन पहले मंदिर तक में डेरा डाल लिया था। यही नहीं, वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा को पत्र तक लिखकर पीड़ा जाहिर कर चुकी थी। हाल ही में ओरछा में एक ठेके के बाहर उन्होंने गाय बांध दी थी। इस तरह वह लगातार शराब नीति में संशोधन को लेकर प्रयासरत थी। हालांकि, नई नीति से वह संतुष्ट हैं या नहीं इस संबंध में फिलहाल उनका कोई बयान सामने नहीं आया है।