व्यापम घोटाला: CBI की चार्जशीट में पूर्व डीजीपी की बेटी समेत 39 रसूखदार छात्रों के नाम

लोकायुक्त की स्पेशल पुलिस के तत्कालीन महानिदेशक दिलीप कापदेव की बेटी का नाम भी चार्जशीट में शामिल, कई मशहूर डॉक्टरों के बच्चों के नाम भी आरोपियों की सूची में

Updated: Feb 06, 2021, 11:00 AM IST

Photo Courtesy : IndiaTV
Photo Courtesy : IndiaTV

भोपाल। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापम घोटाले से जुड़े पीएमटी-2011 के मामले में सीबीआई ने चार्जशीट तैयार कर ली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई ने चार्जशीट में 60 लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें कम से कम 39 रसूखदार छात्र भी शामिल है। आरोप है कि इन छात्रों ने अपने अभिभावकों के रसूख के दम पर बैक डोर से अवैध तरीके से चिरायु मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था। सीबीआई ने तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा डायरेक्टर (DME) डॉ एससी तिवारी और जॉइंट डायरेक्टर डॉ एनएम श्रीवास्तव को भी आरोपी बनाया है।

बताया जा रहा है कि जिन 39 तत्कालीन छात्रों का नाम सीबीआई चार्जशीट में शामिल किया गया है उनमें से कई अब देश की अलग-अलग जगहों पर बतौर डॉक्टर काम कर रहे हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम लोकायुक्त की स्पेशल एस्टेब्लिशमेंट पुलिस के तत्कालीन महानिदेशक दिलीप कापदेव की बेटी प्रज्ञा कापदेव का है। हालांकि पूर्व डीजी दिलीप कापदेव का कहना है कि उनकी बेटी को गलत तरीके से फंसाया गया है और वह कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे। 

राजधानी भोपाल के मशहूर ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ अनिल दुबे को भी सीबीआई चार्जशीट में आरोपी बनाया गया है। इसके अलावा छतरपुर के डॉ ओमप्रकाश अरजरिया, इटारसी के डॉ अजय दुबे, नीमच के डॉ किशोर नरूला, डॉ अनीस खान, डॉ अरविंद जैन, डॉ मनीष नवानि, डॉ एसएमपी शर्मा और डॉ संजय दीक्षित के बच्चों को भी आरोपी बनाया गया है।

यह भी पढ़ें: E-Tendering Scam ED ने मेंटाना कंस्ट्रक्शन के चैयरमैन श्रीनिवास राजू को किया गिरफ्तार

पढ़ाई पूरी करके डॉक्टर बन चुके इन 39 तत्कालीन मेडिकल छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने पीएमटी में कम अंक आने और काउंसलिंग में शामिल नहीं होने के बावजूद गलत ढंग से दाखिला करवाया। आरोप है इन छात्रों को दाखिला प्रक्रिया के दौरान कोई सीट आवंटित भी नहीं हुई थी, फिर भी एडमिशन के अंतिम दिन उन्हें चिरायु मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिया गया। सीबीआई का मानना है कि पैसों और रसूख के दम पर इन छात्रों ने साल 2011 में बैक डोर से चिरायु मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था। सीबीआई की चार्जशीट में नाम आने के बाद वर्तमान में डॉक्टर बने बैठे इन छात्रों के कामकाज पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।

यह भी पढ़ें: आर्थिक अपराध शाखा के SP राजेश मिश्रा और व्यापम आरोपी सुधीर शर्मा की दोस्ती पर उठे सवाल

मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई की चार्जशीट में जिन डॉक्टरों के नाम दर्ज हैं, उनमें तेजस्वी अजरिया, फराह खान, प्रदन्या दिलीप कपदेव, अनिरा इकबाल, अंसुल दुबे, हेमांगी नरूला, सुचित्रा दुबे, सुमित चौहान, आयुष शर्मा, नेहिल निगम, ताहिल सिद्दीकी, फरहत खान, गौरव जठमानी, अचित जैन, सागर नवानी, आशीष तिवारी, दिलजीत कौर खनूजा, दिलप्रीत कौर खनूजा, ज्योति शर्मा, हरप्रीत अरोड़ा, दीक्षा चचरिया, शेख सदफ़ फिरदौस, आइशा शेख, गौरी ठाकरे, साक्षी गोयल, जिया ज़फर, गौरव वर्मा, नेहा पदम्, विजय सिंह भदौरिया, अर्चा दीक्षित, मानसी शर्मा, लोकेश कुमार सोनी, वोल्गा कैथवार, देवयानी पटेल, सलमान हसन, लोकेश कुमार शर्मा, विजेंद्र कुमार मेरावत, प्रतीक्षित सिंह रघुवंशी और सिराज अहमद शामिल हैं।