झारखण्ड विधानसभा में नमाज़ पर MP में चढ़ा सियासी पारा, बीजेपी ने किया विरोध, कांग्रेस ने कहा, तूल देने की जरूरत नहीं

शिवराज सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा MP विधानसभा में नहीं दिया जाएगा नमाज के लिए अलग से कमरा, रामेश्वर शर्मा ने कहा, एक इंच जमीन नहीं देंगे, कंजर विधायक आरिफ मसूद ने कहा, मामले को तूल देने की जरूरत नहीं

Publish: Sep 09, 2021, 03:51 AM IST

भोपाल। झारखंड विधानसभा में नमाज़ के लिए एक अलग कमरा आवंटित किया गया है। लेकिन इस मामले में अब मध्य प्रदेश का सियासी पारा भी चढ़ गया है। मध्य प्रदेश में अब तक ऐसी कोई मांग नहीं उठी है, लेकिन बीजेपी के नेता भड़काऊ बयानबाजी पर उतर आए हैं। बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि मध्य प्रदेश विधानसभा में नमाज़ के लिए एक इंच ज़मीन नहीं दी जाएगी। 

बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने झारखंड विधानसभा में नमाज़ के लिए आवंटित किए गए कमरे को लेकर कहा, मुस्लिम कट्टर पंथियों के सामने झारखंड सरकार ने घुटने टेकें है, चाटूकारिता की हद है , ये निर्णय देश मे नये नये जिन्नाओ को जन्म देगी। MP-UP विधानसभा में एक इंच जमीन नही दी जाएगी, विधानसभा में सिर्फ बाबा साहेब के संविधान की इबादत होती है।

वहीं शिवराज सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह व्यव्स्था इस देश के भविष्य के लिए ठीक नहीं है। विश्वास सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा में ऐसी कोई व्यव्स्था नहीं बनेगी और न ही इसकी कोई जरूरत है। विश्वास सारंग ने कहा कि अगर झारखंड में ऐसा हुआ है तो इसकी भी ज़रूरत नहीं थी। विश्वास सारंग ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति करार दिया है। 

वहीं इस पूरे मामले में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा है कि इसे ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है। अगर नमाज़ पढ़ने वालों की संख्या बल ज़्यादा है तो किसी को एतराज नहीं होना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मामले को बेवजह तूल देने की ज़रूरत नहीं है। 

दरअसल झारखंड विधानसभा के स्पीकर रवींद्र महतो ने हाल ही में विधानसभा के कमरा नंबर TW-348 को नमाज़ के लिए आवंटित किया है। इसके विरोध में झारखंड बीजेपी ने बुधवार को रांची में उग्र प्रदर्शन भी किया। झारखंड की ही तर्ज पर सपा के एक विधायक ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में नमाज़ के लिए एक अलग कमरा आवंटित करने की मांग कर दी। लेकिन मध्य प्रदेश में ऐसी कोई मांग अब तक नहीं उठी है। इसके बावजूद बीजेपी के नेताओं की ओर से बयानबाजी शुरू हो गई है।