एमपी बोर्ड की 10वींऔर 12वीं की परीक्षाओं पर 12 अप्रैल को होगा फैसला, मुख्यमंत्री करेंगे समीक्षा बैठक, बढ़ सकती हैं परीक्षा की तारीखें

मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में मिले 2777 नए कोरोना मरीज, बढ़ते संक्रमण के बीच बोर्ड परीक्षाओं को लेकर असमंजस, 12 अप्रैल को मुख्यमंत्री करेंगे परीक्षाओं पर फैसला, कलेक्टरों से होगी चर्चा

Updated: Apr 02, 2021, 08:29 AM IST

Photo courtesy: khabarsatta
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भोपाल। परीक्षाओं पर कोरोना संकट मंडरा रहा है, जिसकी वजह से आगामी 30 अप्रैल और एक मई से शुरू होने वाली 10वीं-12वीं की परीक्षाओं की तारीखें आगे बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। इस बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह 12 अप्रैल को समीक्षा में फैसला करेंगे। मध्यप्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से 9 जिलों में स्कूल कॉलेज 15 अप्रैल तक पहले से ही बंद हैं।

बोर्ड के साथ-साथ कक्षा 9 और 11वीं की परीक्षाओं की तारीख और पैटर्न पर भी बदलाव संभव है। दरअसल भोपाल, इंदौर के समेत सात जिलों के स्कूल कॉलेज 15 अप्रैल तक बंद हैं। ऐसे में परीक्षा करवाने की तैयारियां असंभव हैं। अब सरकार ने 13-14 अप्रैल से होने वाली 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं ओपन बुक सिस्टम के माध्यम से करवाने की तैयारी की है। आधिकारिक फैसला आना बाकी है। 

अप्रैल में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। जिसके कारण 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षाओं की तारीखें भी बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। गौरतलब है कि 30 अप्रैल से 10वीं और 1 मई से 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं होने वाली हैं। 12 अप्रैल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सभी जिलों के कलेक्टरों से जिलों की स्थिती पर चर्चा करेंगे। जिसके बाद परीक्षाओं पर कोई फैसला लिया जा सकेगा।

बताया जा रहा है कि 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं ओपन बुक सिस्टम से कराने की तैयारी है। जिसके बारे में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने निर्देश दिया है कि परीक्षाओं का आयोजन तय समय किया जाए। लेकिन कोरोना संक्रमण की रफ्तार के मद्देनजर बोर्ड परीक्षाओं की तारीखें बढ़ाने पर फैसला हो सकता है। 

बीते 24 घंटों में मध्यप्रदेश में कोरोना का 2777 मरीज मिले हैं। जिनमें से इंदौर में 682, भोपाल में 528, जबलपुर में 185 और ग्वालियर में 115 हैं।