एमपी उपचुनाव को लेकर एक्शन मोड में आई कांग्रेस, दमोह को दोहराने की है तैयारी

मध्य प्रदेश में तीन विधानसभा और लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं, दो विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा था जबकि एक विधानसभा और लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा था

Publish: Jul 19, 2021, 05:55 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में जल्द होने वाले उपचुनावों को लेकर कांग्रेस एक्शन मोड में आ गई है। भले ही अभी चुनावों की तारीखों का एलान नहीं हुआ हो, लेकिन कांग्रेस ने दमोह उपचुनाव की ही तर्ज पर चार सीटों पर होने वाले उपचुनावों में जीत दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को पीसीसी चीफ कमल नाथ उपचुनाव की तैयारियों का जायजा लेने और चुनाव में दायित्व बांटने के लिए भोपाल आ रहे हैं। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीसीसी चीफ कमल नाथ सोमवार से लेकर गुरुवार तक लगातार एक के बाद एक बैठकें करने वाले हैं। ये सभी बैठकें आगामी उपचुनाव के सिलसिले में होने वाली हैं। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष चंद्र प्रभाष शेखर ने भी कहा है कि दमोह उपचुनाव की ही तर्ज पर कांग्रेस आगामी उपचुनावों में भी वही रणनीति अपनाने वाली है। 

दरअसल अप्रैल महीने में दमोह सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी अजय टंडन को जीत मिली थी। उन्होंने कांग्रेस से बीजेपी में गए राहुल लोधी को हराया था। अजय टंडन की जीत के पीछे कांग्रेस की रणनीति को बड़ा कारण माना गया। लेकिन खुद राहुल लोधी ने अपनी हार का ठीकरा मलैया परिवार द्वारा किए गए कथित भीतरघात पर फोड़ा। 

अब प्रदेश में जल्द ही चार सीटों पर उपचुनाव होने हैंं। इसमें तीन सीटें विधानसभा की हैं जबकि एक लोकसभा की सीट पर उपचुनाव होना है। ये सभी सीटें नेताओं के निधन के बाद रिक्त हुई हैं। चारों रिक्त सीटों की बात की जाए, तो विधानसभा की तीन जबकि लोकसभा की एक सीट पर उपचुनाव होना है। इसमें दो विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा था, जबकि एक विधानसभा और लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा था।

जोबट, पृथ्वीपुर और रैंगवा की सीट खाली है। इन सीटों पर कलावती भूरिया(कांग्रेस), बृजेंद्र सिंह राठौर (कांग्रेस) और जुगल किशोर बागरी(बीजेपी) का कोरोना से निधन हो गया। जबकि खंडवा से बीजेपी सांसद नंदकुमार सिंह चौहान की भी कोरोना से मृत्यु हो गई।