MP: शांतिपूर्ण सत्याग्रह कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार, बजरंग दल के उपद्रव पर कोई कार्रवाई नहीं

सतना और मैहर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस का बलप्रयोग, वहीं बजरंग दल की गुंडागर्दी पर बेबस दिखी शिवराज सरकार

Updated: Jan 25, 2023, 11:58 AM IST

भोपाल/सतना। मध्य प्रदेश के सतना और मैहर में बुधवार को शांतिपूर्ण सत्याग्रह कर रहे दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बलपूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया है। विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने मारपीट भी की। उधर प्रदेश के तीन प्रमुख शहरों भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं के उत्पात पर पुलिस मूकदर्शक बनी रही।

दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को सतना नगर गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होने सतना आ रहे थे। सीएम के आगमन से पूर्व आयोजन स्थल बीटीआई मैदान की ओर जा रहे युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रीवा रोड स्थित सीएमए स्कूल के पास रोक दिया। इस दौरान युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वहीं बैठकर सत्याग्रह शुरू कर दिया। 

सत्याग्रह पर बैठे युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि वे सीएम चौहान से मिलकर सतना स्मार्ट सिटी के भ्रष्टाचार को लेकर बात करना चाहते हैं और मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार से संबंधित जरूरी दस्तावेज देना चाहते हैं। हालांकि, पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक इस दौरान पुलिसकर्मियों ने युकां कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट भी की। इसके बाद कांग्रेस पार्षद रावेंद्र सिंह मिथलेश, अशरफ अली बाबा, अमित अवस्थी सन्नू, विक्रांत त्रिपाठी विक्की, रीतेश त्रिपाठी समेत तमाम कार्यकर्ताओं को पुलिस वैन में डालकर अस्थाई जेल ले जाया गया।

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उधर मैहर में तो पुलिस ने सीएम शिवराज के विरोध की आशंका देखते में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। पुलिस को आशंका थी की यूथ कांग्रेस के लोग मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखा सकते हैं। मैहर पुलिस विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं को उनके घरों से उठा ले गई, ताकि वे काले झंडे नहीं दिखा सकें।

बुधवार को पुलिस जब सतना और मैहर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बलपूर्वक गिरफ्तार कर रही थी, तब राज्य के तीन प्रमुख शहरों में बजरंग दल के कार्यकर्ता उत्पात मचा रहे थे। इंदौर, भोपाल और ग्वालियर के सिनेमाघरों में बजरंग दल के कार्यकर्ता न सिर्फ जबरन घुस गए बल्कि दर्शकों के साथ गाली-गलौज और बदतमीजी भी की। लाठी डंडे लेकर पहुंचे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कई सिनेमाघरों में फिल्म रुकवा दिया और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे।

इंदौर में तो समुदाय विशेष को लेकर बेहद आपत्तिजनक नारे भी लगाए गए। शहर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की भरपूर कोशिशें हुई। हैरानी की बात ये है कि पुलिस की मौजूदगी में बजरंग दल के लोगों ने गुंडागर्दी की सारी हदें पार कर दी, लेकिन किसी के खिलाफ अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए तमाशबीन खड़ी रही।

कांग्रेस ने पुलिस की कार्यशैली की तीखी आलोचना की है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने ट्वीट किया, "लोकतंत्र में हर नागरिक को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन मध्य प्रदेश में शिवराज के दुःशासन का विरोध करने पर सतना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बर्बर व्यवहार किया गया। बीजेपी के पाप का घड़ा भरता जा रहा है।"