पटाखों के बारे में किसकी बात मानें भोपालवासी, कलेक्टर की या गृह मंत्री की

भोपाल के कलेक्टर का आदेश, रात 8 से 10 बजे तक ही होगी पटाखे चलाने की छूट, गृह मंत्री बोले जमकर चलाओ पटाखे, कोई समय सीमा नहीं

Updated: Nov 13, 2020, 10:27 PM IST

Photo Courtesy : Bhaskar
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भोपाल। मध्य प्रदेश में दिवाली पर पटाखे चलाने की छूट के बारे में मंत्री और कलेक्टर के अलग-अलग रुख से आम लोगों में असमंजस की स्थिति है। भोपाल के कलेक्टर का आदेश कुछ और है, प्रदेश के गृह मंत्री का बयान कुछ और। ऐसे में लोग क्या करें? किसकी बात मानें? कलेक्टर के औपचारिक आदेश का पालन करें या गृह मंत्री के बयान के आधार पर त्योहार मनाएं?

दरअसल, भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने गुरुवार को आदेश जारी किया था कि राजधानी में दिवाली पर पटाखे चलाने की छूट सिर्फ दो घंटे के लिए होगी। यह समय रात 8 बजे से 10 बजे तक का होगा। इसके अलावा लोग पटाखे न चलाएं। लेकिन कलेक्टर का ये आदेश आने के चौबीस घंटे के भीतर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इससे बिलकुल उलटा बयान दे डाला। उन्होंने शुक्रवार को कहा, 'खूब पटाखे चलाओ, कोई समय तय नहीं है। दिवाली खूब जोश से मनाएं, बस कोविड-19 की गाइडलाइंस का ध्यान रखें।'

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गृहमंत्री से जब कलेक्टर के आदेश को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कलेक्टर ने एनजीटी के आदेश की बात कही होगी। दिवाली हमारा त्यौहार है। इसे धूमधाम से मनाएं। गौरतलब है कि कलेक्टर अविनाश लवानिया का यह आदेश सिर्फ दिवाली ही नहीं बल्कि छठ पूजा, क्रिसमस और न्यू ईयर नाइट के लिए भी था। 

कलेक्टर ने अपने कानूनी अधिकारों का इस्तेमाल करने हुए यह आदेश दिया था। जिसमें बताया गया था कि भोपाल में सिर्फ 2 घंटे पटाखे जलाने की इजाजत भोपाल शहर के बारे में मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एयर क्वॉलिटी रिपोर्ट के आधार पर दी गई है। इस आदेश में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) द्वारा 9 नवंबर को जारी निर्देशों का हवाला भी दिया गया है। NGT ने हवा में मौजूद प्रदूषण की मात्रा को ध्यान में रखते हुए एयर क्वॉलिटी बेहद खराब होने पर आतिशबाजी पर रोक लगाने की बात कही गई है।

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बता दें कि तीन दिन पहले ही सीएम शिवराज सरकार ने भी कहा था कि मध्य प्रदेश में पटाखों पर कोई रोक नहीं लगाई जाएगी। उन्होंने कहा था कि सिर्फ देवी देवता की तस्वीरों वाले पटाखों पर बैन है। सीएम ने ट्वीट कर कहा था, 'मध्यप्रदेश ख़ुशियों का प्रदेश है। यहाँ पर हम ख़ुशियों पर कभी भी किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाते। प्रदेश में पटाखों पर कोई प्रतिबंध नहीं है। हाँ, लेकिन चीनी पटाखों पर प्रतिबंध ज़रूर है। आप भगवान राम के अयोध्या लौटने की ख़ुशी मनाएं, पटाखे जलाएं एवं धूम-धाम से दिवाली मनाएं।'

सीएम, गृहमंत्री और कलेक्टर के इन बयानों से जनता के बीच असमंजस की स्थिति बन गई है कि पटाखें चलाएं या नहीं। चूंकि, प्रशासनिक हेड ने पटाखे न जलाने के आदेश जारी किए हैं तो वहीं गृहमंत्री ने उस आदेश का मखौल बनाते हुए कहा है कि खूब पटाखे चलाओ। हालांकि, सरकार की तरफ से इस बाबत कोई लिखित आदेश नहीं जारी किया गया है जिसमें कलेक्टर के पिछले आदेश को रद्द करने की बात कही गई हो और न ही कलेक्टर ने खबर लिखे जाने तक कोई संशोधित आदेश निकाला है। दिलचस्प बात यह है कि जिस कलेक्टर ने यह आदेश निकाला है वे गृहमंत्री के दामाद भी हैं। यानी नरोत्तम मिश्रा ने अपने दामाद के आदेश के ही उलट बयानबाजी की है।