कथावाचक प्रदीप मिश्रा के नाम पर लाखों की ठगी, रुद्राक्ष का लालच देकर भक्तों को लगाया चूना

आरोपियों ने सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की फोटो लगाकर वेबसाइट और वॉट्सएप ग्रुप बना रखे थे, इसके जरिए वे लोगों को बेवकूफ बनाकर पैसे ऐंठ रहे थे।

Updated: Jan 18, 2023, 07:39 AM IST

सीहोर। मध्य प्रदेश के जानेमाने कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के नाम पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। शातिर ठगों ने प्रदीप मिश्रा की फोटो लगाकर वेबसाइट और वॉट्सएप ग्रुप बना रखे थे। इसके माध्यम से वे भक्तों को रुद्राक्ष का लालच देकर पैसे ऐंठ रहे थे। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

सीहोर जिले के मंडी थाना प्रभारी हरि सिंह परमार के मुताबिक फर्जी वेबसाइट और वॉट्सएप ग्रुप बनाकर प्रदीप मिश्रा के भक्तों के साथ धोखाधड़ी की गई है। आरोपियों ने पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा लिखित किताबें और रुद्राक्ष मंगवाने के नाम पर 500-500 रुपये मंगवा लिए थे, लेकिन जब श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष और किताबें नहीं मिलीं तो उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम में संपर्क किया। तब इस पूरे खेल का भंडाफोड़ हुआ।

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विट्ठलेश सेवा समिति के सदस्य समीर शुक्ला ने पुलिस थाना मंडी में शिकायत की थी कि आरोपियों ने पंडित प्रदीप मिश्रा की फोटो लगाकर वेबसाइट और वॉट्सएप ग्रुप बना रखें हैं। आरोपियों ने समिति के क्यूआर कोड के स्थान पर अपना क्यूआर कोड लगा रखा है और भक्तों के साथ ठगी कर रहे हैं। 

इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सीहोर पुलिस ने राजस्थान से दो आरोपियों विकास विश्नोई और मदनलाल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की किताबें और रुद्राक्ष के नाम पर लंबे समय से ठगी की जा रही थी। विट्ठलेश सेवा समिति के सदस्य समीर शुक्ला ने भक्तों को सतर्क करते हुए कहा कि रुद्राक्ष सिर्फ सीहोर स्थित आश्रम से लिया जा सकता है, अन्य लोगों के झांसे में न आएं।