दरिंदगी की शिकार युवती का आरोप, नहीं कराई गई आरोपी की पहचान, जांच को गुमराह करने की कोशिश

रेप की कोशिश करने वाले की हैवानियत से टूटी युवती की रीढ़ की हड्डी, कई महीने तक हिलना-डुलना भी मुश्किल, पुलिस बता रही छेड़छाड़ का मामला, पीड़िता को गिरफ्तार शख़्स की तस्वीर तक नहीं दिखाई

Updated: Feb 19, 2021, 10:00 AM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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भोपाल। राजधानी भोपाल में दरिंदगी की शिकार युवती ने उसके केस की जांच के दौरान पुलिस के रवैये पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पीड़िता का कहना है कि जिस दरिंदे ने उसके साथ न सिर्फ दुष्कर्म की कोशिश की, बल्कि उसे जान से मारने का प्रयास भी किया, उसके खिलाफ पुलिस ने बेहद हल्की धाराओं में केस दर्ज किया है। इतना ही नहीं, पुलिस केस के सिलसिले में जिस शख्स को गिरफ्तार किया है, उसे बार-बार कहने के बावजूद पहचान के लिए उसके सामने पेश नहीं किया गया। इतना ही नहीं, उसे आरोपी की तस्वीर तक नहीं दिखाई गई, जिससे वो उसकी पहचान कर पाती। पीड़िता ने ये तमाम बातें एक अखबार से बातचीत में कही हैं।

भोपाल में युवती के साथ हैवानियत किए जाने के इस मामले की जांच कोलार थाने की पुलिस कर रही है। पीड़िता  का आरोप यह भी है कि जिस हैवानियत की वजह से उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई और वो महीनों तक हिलने-डुलने से भी लाचार है, उसे मजह छेड़छाड़ का मामला बताया जा रहा है। 24 वर्षीय पीड़िता ने न्याय की मांग की है। उसका कहना है कि उस पर जानलेवा हमला किया गया था, दुष्कर्म की कोशिश की गई थी। बावजूद इसके पुलिस इसे सामान्य मारपीट का मामला मान रही है।  पीड़िता ने पुलिस पर जांच को गुमराह करने का आरोप लगाया है। 

पीड़िता का कहना है कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान करने के लिए वो व्हील चेयर, स्ट्रेचर पर भी थाने तक जाने को तैयार है, फिर भी पुलिस आरोपी को उसके सामने पेश नहीं कर रही है। ना तो आरोपी की कोई तस्वीर दिखाई और ऑडियो भी नहीं सुनवाया गया, जिससे यह पता चल सके की सही आरोपी को ही पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अब युवती की मां ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से न्याय की गुहार लगाई है। कांग्रेस ने इस घटना की निंदा की है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए घटना को वीभत्स बताया है, और दोषी को जल्द से जल्द कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है।  

युवती के साथ दरिंदगी की यह वारदात कोलार थाना क्षेत्र में जेके अस्पताल के पास हुई थी। आरोपी ने करीब एक महीने पहले 16 जनवरी को युवती से दुष्कर्म करने की कोशिश की थी। इस दौरान आरोपी ने उसे धक्का देकर पांच फीट नीचे खंती में फेंका और उसका दुष्कर्म करने की कोशिश की। विरोध करने पर आऱोपी ने युवती के सिर को पत्थरों से कुचलने की कोशिश भी की। इस वारदात में युवती से सिर पर गंभीर चोट आई और उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई। किसी तरह युवती की जान बची। भोपाल के एम्स अस्पताल में युवती का ऑपरेशन किया गया था। उसकी रीढ़ की हड्डी में रॉड डाली गई है। उसे 42 टांके आए हैं। वह दर्द से तड़प रही है और बेड पर अपनी मर्जी से हिल-डुल तक नहीं पाती है।

डॉक्टरों का कहना है कि उसकी हालत में सुधार होने में 6 महीने लगेंगे। दर्द से तड़पती युवती को न्याय की दरकार है। युवती का कहना है कि जितना दर्द वारदात के दौरान उसने सहा है, उतनी ही तकलीफ उसे पुलिस के रवैये से हो रही है। वो चाहती है कि कसूरवार को उसके किए की कड़ी से कड़ी सजा मिले।