रायसेन हिंसा मामले में नया मोड़, RSS पर लगा आदिवासियों को भड़काने का आरोप, GGP ने किए कई खुलासे
आदिवासियों के प्रमुख संगठन गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) के देवीराम भलावी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस से जुड़े 4 लोगों ने अफवाह फैलाकर आदिवासियों को भड़काया और मुसलमानों पर हमला करने के लिए उकसाया
रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन में होली के दिन दो समुदायों के बीच हुई खूनी झड़प की घटना को लेकर एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं। इस हिंसक घटना से जुड़े कई ऐसे तथ्य सामने आए हैं जो एक गंभीर साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। स्थानीय आदिवासी युवकों ने बताया है कि बीजेपी से जुड़े लोगों ने उन्हें मुसलमानों के खिलाफ न सिर्फ भड़काया बल्कि उनपर हमला करने के लिए भी उकसाया।
रायसेन निवासी नरेंद्र मरकाम जो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) के जिलाध्यक्ष भी हैं, उन्होंने वीडियो संदेश जारी कर इस पूरे घटनाक्रम का उल्लेख किया है। मरकाम के मुताबिक खमरिया में जो घटना घटित हुई है वह एक सोची समझी साजिश के तहत हुई है। उन्होंने बताया कि, 'खमरिया के पास आदिवासी युवक बैठकर गालीगलौज कर रहे थे। तभी वहां से गुजर रहे मुस्लिमों को लगा कि ये हमें गाली दे रहे हैं और इसी बात को लेकर दिन में कहासुनी हुई थी। इसके बाद माहौल शांत हो गया था।
GGP रायसेन के ज़िला अध्यक्ष नरेंद्र मरकाम बता रहे है कि अभी भी अफ़वाह फैलाया जा रहा है व्हाट्सएप के माध्यम से और लड़वाने की कोशिश की जा रही हैं। इन्हें लड़वाकर राजनैतिक रोटी सेकी जा रही है।
— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) March 22, 2022
आप लोग बहकावे में ना आए। @DGP_MP @ChouhanShivraj @digvijaya_28 @OfficeOfKNath pic.twitter.com/CCYhS6eiq9
नरेंद्र बताते हैं कि इसके बाद कुछ लोगों ने अफवाह फैलाई कि आदिवासी युवकों ने मुस्लिमों को मार डाला है। वॉट्सऐप ग्रुप्स में ये तेजी से शेयर किया जा रहा था। नरेंद्र ने उसी शाम GGP के कुछ कार्यकर्ताओं को खमरिया भेजा जिन्होंने वहां जाकर बातचीत की और माहौल फिर से शांत हो गया। लेकिन कुछ आरएसएस और बजरंग दल से जुड़े लोग वहां पहुंचे और उन्होंने कहा कि आदिवासियों एक हो जाओ और मुस्लिमों को जला दो, मार दो। उनके उकसाने के बाद आदिवासियों ने हमला कर दिया। नरेंद्र के मुताबिक आसपास के इलाकों में अभी भी कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
मामले को लेकर GGP युवा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता देवीराम भालावी बताते हैं कि बीजेपी से जुड़े संगठन के युवकों द्वारा वॉट्सएप के माध्यम से प्रोपेगैंडा फैलाया गया था। जो विवाद बिल्कुल शांत हो गया था उसे दोबारा से भड़काया गया। देवीराम के मुताबिक उन्हें घायल आदिवासी युवकों ने बताया कि चार अज्ञात लोग भारी संख्या में लड़के लेकर आए थे और उन्होंने ही झगड़ा भड़काया। उन्होंने दावा किया की वहां जानबूझकर आदिवासी और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक दंगा भड़काया गया।
"BJP/RSS से जुड़े लोगों ने अफ़वाह फैलाकर आदिवासियों-मुस्लिमों से लड़वाया,"
— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) March 22, 2022
GGP के नेता देवीराम भालावी का कहना है होली के दिन दोनों समाज के युवकों के झगड़े के बाद मामला सब ठीक था पर कथित BJP से जुड़े 4 लोगों ने फेंक न्यूज के ज़रिए ना सिर्फ़ आदिवासियो को भड़काया बल्कि गांव पर...++ pic.twitter.com/RmQlvpHizo
देवीराम ने सीएम शिवराज से पूछा है कि आखिर वे कौन लोग थे जिन्होंने राजनीतिक मंसूबों को पूरा करने के लिए आदिवासियों को मुस्लिमों के खिलाफ भड़काया? उन्होंने पुलिस प्रशासन ने मांग की है कि मामूली विवाद को दंगा का रूप देने में संलिप्त लोगों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
इस बयान से स्पष्ट है कि दंगा राजनीतिक मक़सद से कराया गया। मैं माँग करता हूँ कि इस मामले की जाँच विधानसभा की सर्वदलीय समिति के द्वारा करवायी जाए। इसके साथ ही सभी समुदायों से सांप्रदायिक सद्भाव की अपील भी करता हूँ। @OfficeOfKNath @INCMP @ChouhanShivraj https://t.co/idsjhypC9P
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 22, 2022
GGP का बयान सामने आने के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा है कि राजनीतिक मक़सद से वहां दंगा कराया गया। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की जाँच विधानसभा की सर्वदलीय समिति के द्वारा करवाई जाए। सिंह ने सभी समुदायों से सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की भी अपील की है। बता दें कि होली के दिन रायसेन के सिलवानी तहसील अंतर्गत खमरिया खुर्द गांव में आदिवासी और मुस्लिमों के बीच एक हिसंक झड़प हुई थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई थी वहीं 50 से अधिक लोग घायल हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को खमरिया दौरे पर गए हैं।