जावरा मंडी सचिव का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल, सुरक्षा गार्ड से मांग रहे हैं ट्रैक्टर ट्रॉली से उगाही का हिसाब

वायरल ऑडियो में मंडी सचिव आरपीएस नैने मंडी के सुरक्षा गार्ड से मंडी में दाखिल होने वाली हर ट्रैक्टर ट्रॉली से दो सौ रुपए उगाही करने की बात कह रहे हैं, साथ ही मंडी सचिव को प्रति दिन की जाने वाली उगाही का हिसाब भी चाहिए

Publish: Sep 07, 2021, 06:48 AM IST

प्रतिकात्मक तस्वीर
प्रतिकात्मक तस्वीर

भोपाल। मध्य प्रदेश की मंडियों में व्याप्त भ्रष्टाचार का बहुत बड़ा भंडाफोड़ हुआ है। रतलाम की जावरा मंडी के सचिव का एक कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें मंडी सचिव मंडी के सुरक्षा गार्ड से ट्रैक्टर ट्रॉली से उगाही करने की बात कर रहे हैं। इतना ही नहीं मंडी सचिव सुरक्षा गार्ड से प्रति दिन की जाने वाली उगाही का हिसाब मांगते हुए भी सुनाई दे रहे हैं। 

जावरा मंडी के सचिव आरपीएस नैने वायरल ऑडियो में मंडी के सुरक्षा कर्मी को मंडी में आने वाली 60 से 70 ट्रैक्टर ट्रॉलियों से प्रति दिन 200 रुपए की उगाही करने की बात कह रहे हैं। इसके साथ ही मंडी सचिव यह कहते हुए भी सुनाई दे रहे हैं कि उन्हें प्रति दिन होने वाली इस उगाही का हिसाब भी चाहिए। इसके साथ ही मंडी सचिव मंडी कर्मचारियों के नाम लेकर विधायक से मिलने की बात भी कर रहे हैं।

मंडी सचिव का ऑडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। सोशल मीडिया पर लोग मंडी सचिव का विरोध करते नज़र आ रहे हैं। हालांकि खुद मंडी सचिव आरपीएस नैने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है कथित ऑडियो को फर्जी करार दे रहे हैं। 

यह भी पढ़ें : इंदौर की मंडी में तीन रुपए किलो तक गिरे प्याज़ के भाव, दिग्विजय सिंह ने कहा, किसानों के खिलाफ जारी है षड्यंत्र

कौन हैं जावरा मंडी के सचिव 

जावरा मंडी के सचिव आरपीएस नैने कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले हरदा में ग्राम सेवक रह चुके हैं। हरदा से उनका ट्रांसफर रतलाम की जावरा मंडी में सचिव के पद पर हुआ है। अब मंडी सचिव का ऑडियो वायरल होने के बाद लोग कृषि मंत्री कमल पटेल को भी अपने निशाने पर ले रहे हैं। 

कृषि मंत्री के संरक्षण में हो रहा है भ्रष्टाचार का खेल: केदार सिरोही 

कृषि मामलों के जानकर केदार शंकर सिरोही इस पूरे घटनाक्रम पर कहते हैं कि मंडियों में भारी मात्रा में भ्रष्टाचार व्याप्त है। ट्रैक्टर ट्रॉलियों की उगाही के अलावा मंडी नाकों पर टैक्स की चोरी जैसे कई भ्रष्टाचार के खेल हो रहे हैं। केदार सिरोही ने आरोप लगाते हुए कह कि मध्य प्रदेश के कृषि क्षेत्र में कृषि मंत्री कमल पटेल ने हर जगह अपने लोगों की तैनाती कर रखी है, और ये लोग कृषि मंत्री के संरक्षण में भ्रष्टाचार करते हैं। 

यह भी पढ़ें : अमानक खाद खरीदने पर मजबूर हैं प्रदेश के किसान, करोड़ों के खाद घोटाले की आशंका

केदार सिरोही ने चोइथराम मंडी के सचिव नरेश परमार का उदाहरण देते हुए कहा कि वे मंडी में खुलेआम कहते हैं कि उनकी पहुंच भोपाल तक है। नरेश परमार पूर्व में कृषि मंत्री कमल पटेल के ओएसडी रह चुके हैं। केदार सिरोही कहते हैं कि अगर मध्य प्रदेश की मंडियों में हो रहे भ्रष्टाचार पर लगाम लगा दी जाए तो प्रदेश की मंडियों की मौजूदा आय बढ़कर तीन गुना अधिक हो जाएगी। इस समय मंडियों की कुल आय प्रति वर्ष औसतन 1200 करोड़ के आसपास होती है। 

यह भी पढ़ें : SSP का नमूना फेल होने पर दिग्विजय सिंह ने कृषि मंत्री पर बोला हमला, कंपनियों को संरक्षण देने का लगाया आरोप

केदार सिरोही ने इस समस्या का सीधा जिम्मेदार कृषि मंत्री कमल पटेल को ठहराया है। केदार सिरोही ने कहा कि भ्रष्टाचार का खेल केवल मंडियों तक ही सीमित नहीं है। खाद परीक्षण लैब में भी नकली और अमानक खाद को पास किया जाता है। इस जगह भी कृषि मंत्री के करीबी लोग बैठे हुए हैं। और उन्हीं के संरक्षण में मध्य प्रदेश के कृषि सेक्टर में भ्रष्टाचार फल फूल रहा है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी कृषि मंत्री पर अमानक खाद तैयार करने वाली कम्पनियों को संरक्षण देने का आरोप लगा चुके हैं।