MP विधानसभा में ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर हंगामा, कांग्रेस विधायकों ने किया सदन से वॉकआउट

नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने राज्य सरकार से पूछा कि सप्लीमेंट्री बजट में पुरानी पेंशन देने का कोई प्रस्ताव लाएंगे? इसपर वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि सरकार के पास पुरानी पेंशन को लेकर कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।

Updated: Mar 15, 2023, 01:34 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में ओल्ड पेंशन स्कीम के मुद्दे पर आज जमकर बवाल देखने को मिला। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक सज्जन वर्मा के सवाल पर वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि पुरानी पेंशन का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। वित्त मंत्री के जवाब पर कांग्रेस विधायक नारेबाजी करने लगे और अंत में सदन से वॉकआउट कर गए।

सदन में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि हर सरकार कर्मचारियों से चलती है और अगर कर्मचारियों के साथ ही अन्याय हो, तो सरकार कैसे चलेगी। हमारे साथी सज्जन वर्मा ने सीधा सा प्रश्न पूछा कि क्या सरकार पुरानी पेंशन लागू करेगी? वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने जवाब में कहा कि ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। यह घोर अन्याय है। सरकार ने सदन में स्पष्ट कर दिया है कि पुरानी पेंशन का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। कांग्रेस की सरकार बनेगी तो हम इसे लागू करेंगे।

इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपके पास चीतों के लिए 3000 करोड़ हैं। विकास यात्रा के लिए पैसे हैं, पुरानी पेंशन के लिए नहीं हैं? शिवराज सरकार कर्मचारी विरोधी है। इसलिए कांग्रेस वॉकआउट कर रही है। संजय यादव बोलने खड़े हुए, तो स्पीकर ने पूछा आप वॉक आउट में शामिल हो या नहीं? इसपर गोविंद सिंह ने पूछा कि क्या सप्लीमेंट्री बजट में आप इसे लाएंगे? वित्त मंत्री ने साफ मना कर दिया।

इससे पहले शमशाबाद से बीजेपी विधायक राजश्री रूद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मेरी विधानसभा क्षेत्र में लंबित अनुकंपा नियुक्तियां सरकार कब करेगी? इसपर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने पर ही अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। वहीं यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि कई युवा अनुकंपा नियुक्ति के इंतजार में ओवरएज हो रहे हैं। समय पर पात्रता परीक्षा क्यों नहीं हो पा रही? इसपर मंत्री परमार ने आश्वासन देते हुए कहा कि हम पात्रता परीक्षा एक बार लेंगे। बार-बार पात्रता परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं है।