महाकाल के दर्शन करने पहुंचे सिंधिया को दिल्ली से आया बुलाया, सभी कार्यक्रम रद्द कर दिल्ली रवाना
सिंधिया को मोदी कैबिनेट में जगह मिलने की चर्चा है, थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का गवर्नर बनाए जाने के बाद से ही यह अटकलें शुरू हो गई थीं कि सिंधिया को गहलोत की छुट्टी के बाद एमपी कोटे से मंत्री बनाया जा सकता है

भोपाल। उज्जैन में महाकाल के दर्शन करने पहुंचे सिंधिया को दिल्ली से बुलावा आ गया। सिंधिया दर्शन कर के मंदिर से निकले ही थे कि बीजेपी हाईकमान ने सिंधिया को दिल्ली आने का फरमान सुना दिया। पार्टी आलाकमान का फरमान सुनते ही सिंधिया ने मंगलवार को अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए और दिल्ली के लिए रवाना हो गए। सिंधिया ने दोपहर करीब साढ़े तीन बजे इंदौर से दिल्ली के लिए उड़ान भरी।
दरअसल जल्द ही मोदी कैबिनेट का विस्तार होने वाला है। इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी शामिल किए जाने की पूरी संभावना है। थावरचंद गहलोत के कर्नाटक का राज्यपाल बनने के बाद सिंधिया की दावेदारी अब और भी प्रबल हो गई है। लिहाज़ा गहलोत की जगह पर एमपी कोटे से सिंधिया का मंत्री मानना लगभग तय माना जा रहा है।
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यही वजह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने के लिए कहा गया है। सिंधिया के साथ साथ एलजेपी के बागी गुट के नेता पशुपति पारस और असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को भी केंद्रीय मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। मोदी कैबिनेट में सबसे ज़्यादा जगह उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को मिलने के आसार हैं। सिंधिया को लेकर यह चर्चा है कि उन्हें कैबिनेट में रेल मंत्री अथवा मानव संसाधन मंत्रालय की ज़िम्मेदारी सौंपी जा सकती है।