सिंधिया समर्थकों की भाजपा में नहीं हो रही पूछ-परख, रघुराज धाकड़ की हुई कांग्रेस में घर वापसी

कांग्रेस में शामिल हुए सिंधिया समर्थक रघुराज धाकड़, भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का लिया संकल्प, कहा- भाजपा में सिधिंया समर्थक नेताओं की कोई पूछ-परख नहीं हो रही है।

Updated: Aug 10, 2023, 05:00 PM IST

सोर्स- ट्वीटर
सोर्स- ट्वीटर

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी दल बीजेपी में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। एक के बाद एक भाजपा के कद्दावर नेता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। पिछले दो महीनों में बीजेपी को कई बड़े झटके लगे हैं। इसी बीच गुरुवार को सिंधिया समर्थक रघुराज सिंह धाकड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। धाकड़ ने कहा कि भाजपा में सिंधिया समर्थकों की कोई पूछ नहीं है।

यह भी पढ़ेंः IAS संजय मिश्रा के दौर में बिकी आदिवासियों की जमीनों की जांच कराए सरकार, दिग्विजय सिंह ने CM चौहान को लिखा पत्र

रघुराज सिंह धाकड़ ने गुरुवार को भोपाल स्थित पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बंगले पर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान पूर्व मंत्री व राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे। इस दौरान चंदेरी से जयपाल सिंह यादव एवं यदुराज सिंह यादव ने भी हजारों कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद सभी नेताओं ने शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने की संकल्प ली।

सिधिंया खेमे से आने वाले रघुराज सिंह धाकड़ ने पार्टी में शामिल होने से पहले बीजेपी पर कई आरेाप लगाए हैं। उन्होने कहा, 'इस समय बीजेपी में जितने भी सिधिंया समर्थक नेता हैं उनकी कोई पूछ-परख नहीं हो रही है। न तो उनको जो मान-सम्मान मिलना चाहिए वो भी नहीं मिल पा रहा है। यही कारण है कि मैं भी बीजेपी छोड़ कांग्रेस में पुनः शामिल हुआ हूं।'

यह भी पढे़ंः 50 फीसदी कमीशन दिए बगैर नहीं होता भुगतान, लघु ठेकेदार संघ का पत्र वायरल होने से गरमाई MP की सियासत

रघुराज सिंह धाकड़, जयपाल सिंह यादव एवं यदुराज सिंह यादव विधायक जयवर्धन सिंह के साथ गुरुवार दोपहर भोपाल पहुंचे। इस दौरान उनके साथ करीब 500 गाड़ियों का काफिला था। बता दें कि इससे पहले सिंधिया समर्थक बैजनाथ सिंह यादव और राकेश गुप्ता भी BJP छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। वे भी सैंकड़ों वाहनों का काफिला लेकर भोपाल पहुंचे थे। बैजनाथ सिंह यादव और राकेश गुप्ता के बाद रघुराज सिंह धाकड़ के रूप में केंद्रीय मंत्री सिंधिया के लिए दो महीने में तीसरा बड़ा झटका माना जा रहा है।