हार सामने देखकर सीएम शिवराज ने खोया मानसिक संतुलन, गांधी परिवार पर टिपण्णी मामले में भड़की कांग्रेस

इंदिरा गांधी ने अपने खून का एक-एक कतरा देश को समर्पित कर दिया, राजीव गांधी ने आतंकवाद से लड़ते हुये शहादत दी। जिन्होंने देश के लिए अपनी उंगली का नाखून भी न कटाया हो, वह शहादत और बलिदान का महत्व कभी नहीं समझ सकते: कांग्रेस

Updated: Oct 14, 2023, 03:25 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान नेता अब अमर्यादित टिप्पणी करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधने के क्रम में गांधी परिवार को लेकर विवादित टिप्पणी कर डाली। इसे लेकर कांग्रेस सीएम चौहान पर हमलावर है। कांग्रेस ने कहा कि हार सामने देखकर सीएम शिवराज सिंह चौहान अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं।

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह सपरा ने शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान सपरा ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान हताश और निराश हैं। अपने राजनैतिक अस्तित्व को बचाने के लिए राजनैतिक मर्यादाओं को ताक पर रखकर उलूल-जुुलूल बयानवाजी कर रहे हैं। गांधी परिवार पर टिप्पणी तो उन्होंने की है, लेकिन वह भूल गये कि गांधी परिवार वह परिवार है जो ‘‘प्राण जाये पर वचन न जाये’’ के सिद्वांतों पर अड़िग रहकर देश की सेवा करने में अपने प्राणों की आहूती देने में तत्पर रहता है। 

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सपरा ने आगे कहा, 'इंदिरा गांधी ने अपने खून का एक-एक कतरा देश को समर्पित कर दिया, राजीव गांधी ने आतंकवाद से लड़ते हुए शहादत दी। लेकिन जिन्होंने देश के लिए अपनी उंगली का नाखून भी न कटाया हो, वह शहादत और बलिदान का महत्व कभी नहीं समझ सकते। गोडसे के पुजारी केवल गांधी और गांधीवादियों का अपमान करना जानते हैं, देश भूलेगा नहीं कि गोडसे ही गांधी का हत्यारा था। शिवराज जी के लिए एक बात कहना चाहूंगा कि ‘‘थोथा चना-बाजे घना।’’

सपरा ने प्रदेश में बदहाल कानून व्यवस्था को लेकर सीएम पर निशाना साधते हुए कहा, 'एक सर्वेक्षण से पता चला है कि पिछले एक साल में प्रदेश के 26 जिलों में बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले और अपराध बढ़े हैं। विशेष रूप से भोपाल में 9.4 प्रतिशत और इंदौर में 33 प्रतिशत बच्चियों के साथ दुष्कर्म के केस बढ़े हैं। न्याय के मामले को अगर देखा जाये तो सिर्फ 35 से 40 प्रतिशत मामलों में न्याय मिल पाया है। पिछले 8 महीनों में कोर्ट में दुष्कर्म और पास्कों के मामलों में 66 अपराधियों को सजा सुनाई गई है और 92 आरोपियों को अलग कारणों से बरी कर दिया गया है। सिर्फ पास्को के मामले अगर देखे जाये तो उसमें मात्र 40 से 42 प्रतिशत केस चल रहे हैं।'

सपरा ने आगे शिवराज सरकार को घेरते हुए कहा कि, 'शिवराज सिंह जी अपने आप को मामा कहते हैं लेकिन यह मामा सिर्फ नाम के हैं काम के नहीं। मामा का बहन से और बेटियों से जो रिश्ता होता है वह उसकी रक्षा, सुरक्षा और उसका सम्मान सर्वोपरि होता है। लेकिन मामा ने अपनी बहनों को रक्षा बंधन पर केवल 250 रूपये देकर बहनों के साथ छल किया है। मामा बताएं कि 250 रूपयें में कौन सा रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा सकता है?'

कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि जिस तरह से हमने पिछले दिनों देखा कि उज्जैन में नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म और फिर उसे मानसिक रोगी या भिखारन बताकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई, कटनी में आदिवासी युवती के साथ बलात्कार कर, उसका सिर कुचलकर पहाड़ी नाले में फेंक दिया जाता है, भोपाल में दबंगों द्वारा बहन के छेड़छाड़ का विरोध करने पर एक भाई अमित सिरोलिया पुलिस की आंखों के सामने उसकी हत्या कर दी जाती है। यह भयावह सच्चाई है शिवराज सिंह के जंगलराज की।